Cyclone Alert: चक्रवाती तूफान की दस्तक! अरब सागर में बन रहा कम दबाव का क्षेत्र, इन राज्यों में भयंकर बारिश
Cyclone Alert: मौसम वैज्ञानिकों का अनुमान है कि आने वाले समय में एक चक्रवाती तूफान की दस्तक हो सकती है. अरब सागर में एक निम्न दबाव का क्षेत्र बन रहा है, अगर परिस्थितियां अनुकूल रही तो यह एक चक्रवाती तूफान में बदल सकती है. इसके कारण कई इलाकों में बहुत भारी बारिश हो सकती है.
By Pritish Sahay | May 23, 2025 4:38 PM
Cyclone Alert: भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अपने ताजा अपडेट में कहा है कि उत्तरी कर्नाटक-गोवा के तटों से दूर पूर्व मध्य अरब सागर पर एक निम्न दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है. यह जल्द ही उत्तर की तरफ बढ़ने लगेगा और इसकी गति भी काफी तेज होगी. कम दबाव का यह क्षेत्र 22 मई तक और तीव्र हो सकता है. फिलहाल यह सिस्टम 16.5 डिग्री उत्तर और 71.5 डिग्री पूर्व के पास केंद्रित है. 22 मई तक यह एक गहरे डिप्रेशन (Depression) में बनकर आगे और तेज हो सकता है. अगले 6-7 दिनों के दौरान पश्चिमी तट गुजरात, कोंकण और गोवा, कर्नाटक और केरल में इसके कारण भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है.
तूफान की हो सकती है दस्तक! (Cyclone Alert)
समुद्र की सतह का तापमान और अन्य परिस्थितियां इस सिस्टम के अधिक मजबूत होने के लिए अनुकूल माहौल बना रही हैं. इसकी संभावना है कि यह डिप्रेशन एक चक्रवाती तूफान (Cyclonic Storm) में बदल सकता है. इसकी संभावना बन सकती है कि यह उत्तर-पूर्वी अरब सागर में दक्षिण गुजरात और सौराष्ट्र तट के पास एक चक्रवात तूफान का रूप ले सकता है. अगर यह चक्रवाती तूफान बनता है तो यह इस साल का पहला तूफान होगा.
बन सकता है चक्रवाती तूफान
स्काईमेट वेदर की एक रिपोर्ट के मुताबिक इस मौसम में इस क्षेत्र में बनने वाले ट्रॉपिकल सिस्टम आमतौर पर बहुत स्पष्ट नहीं होते. इनके मार्ग, ताकत और समय-सीमा की सही जानकारी थोड़ी देर से मिलती है. तूफान बनने के बाद ऐसे सिस्टम अक्सर कुछ समय तक समुद्र में घूमते रहते हैं और फिर किसी दिशा में आगे बढ़ते हैं.
कई इलाकों में होगी भारी से बहुत भारी बारिश
निम्न दबाव क्षेत्र बनने कारण आने वाले 3 से 4 दिनों तक कोंकण, दक्षिणी तटीय गुजरात और दक्षिणी सौराष्ट्र में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है. अगर यह तूफान में तब्दील होता है तो यह यमन-ओमान, पाकिस्तान तट या सौराष्ट्र-कच्छ की ओर भी बढ़ सकता है. अगले 36 घंटों के बाद यह साफ होगा कि यह तूफान में तब्दील होता है या नहीं.