दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने विधानसभा के कार्यवाही की जानकारी देते हुए कहा कि सदन की कार्यवाही 5 दिन चली और कई अहम मुद्दों पर चर्चा की गयी. सत्र के दौरान दो कैग रिपोर्ट पर चर्चा की गयी और कैग रिपोर्ट पर कार्रवाई के लिए पब्लिक अकाउंट कमेटी के पास विचार के लिए भेज दिया. विधानसभा की कार्यवाही के दौरान चर्चा में बड़ी संख्या में विधायकों ने भाग लिया.
By Vinay Tiwari | March 4, 2025 6:44 PM
Delhi: दिल्ली विधानसभा का पहला सत्र काफी हंगामेदार रहा. सत्र के दौरान आम आदमी पार्टी विधायकों को हंगामे के कारण तीन दिन के लिए सदन से निलंबित कर दिया गया. इस दौरान कैग रिपोर्ट को पेश किया गया और कैग रिपोर्ट पर चर्चा की गयी. सरकार की ओर से दो कैग रिपोर्ट को पेश किया गया. दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने विधानसभा के कार्यवाही की जानकारी देते हुए कहा कि सदन की कार्यवाही 5 दिन चली और कई अहम मुद्दों पर चर्चा की गयी. सत्र के दौरान दो कैग रिपोर्ट पर चर्चा की गयी और कैग रिपोर्ट पर कार्रवाई के लिए पब्लिक अकाउंट कमेटी के पास विचार के लिए भेज दिया.
विधानसभा की कार्यवाही के दौरान चर्चा में बड़ी संख्या में विधायकों ने भाग लिया. विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि सदन में कुल 18 घंटे और 18 मिनट तक कामकाज हुआ और 126 सदस्यों ने अलग अलग मुद्दों पर अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि कैग की रिपोर्ट सदन में पहले पेश किया जाना चाहिए था, लेकिन राजनीतिक कारणों से इसे पेश नहीं किया गया.
विपक्ष की भूमिका रही नकारात्मक
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि कैग रिपोर्ट को सदन के पटल पर पेश करने का अधिकार अध्यक्ष को है. लेकिन पूर्व की सरकार ने नियमों की अनदेखी कर कैग रिपोर्ट को सदन के पटल पर पेश नहीं होने दिया. लेकिन सरकार बदलने के साथ ही कैग रिपोर्ट को सदन में पेश कर दिया गया. यह अभी शुरुआत है इसे अंजाम तक पहुंचाया जाएगा. अध्यक्ष ने कहा कि पीएसी 3 महीने के अंदर रिपोर्ट पेश करेगी और एक्शन टेकन रिपोर्ट एक महीने में आ जायेगी. इसके बाद इस मामले में आरोपियों के खिलाफ सख्त कदम उठाया जायेगा.
आने वाले समय में दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी. विपक्ष के रवैये पर निराशा जाहिर करते हुए गुप्ता ने कहा कि विपक्ष ने उपराज्यपाल के धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान हंगामा कर नयी परंपरा की शुरुआत की है. दिल्ली के विधानसभा के इतिहास में पहली बार विपक्ष का ऐसा गैर जिम्मेदाराना रवैया देखा गया. उन्होंने कहा कह सभी दिन सदन की पूरी की गई और आखिरी दिन सबसे अधिक कामकाज हुआ.