Delhi Coaching Centre Incident: जमीन से 8 फुट नीचे था कोचिंग सेंटर, 18 से ज्यादा छात्र थे मौजूद, मजिस्ट्रेट जांच के आदेश
Delhi Coaching Centre Incident: दिल्ली पुलिस ने राजेंद्र नगर के एक कोचिंग सेंटर में पानी भर जाने से तीन विद्यार्थियों की मौत होने के मामले में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है. साथ घटना की जांच के लिए कई टीम गठित की हैं.
By ArbindKumar Mishra | July 29, 2024 9:00 AM
Delhi Coaching Centre Incident: कोचिंग सेंटर की इमारत के ‘बेसमेंट’ में पानी भर जाने से सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करने वाले तीन विद्यार्थियों (दो छात्रा और एक छात्र) की मौत हो गयी. इस मामले में पुलिस ने ‘राव आईएएस स्टडी सर्किल’ के मालिक और समन्वयक को गिरफ्तार कर लिया है और उन पर गैर इरादतन हत्या समेत अन्य आरोपों के तहत मामला दर्ज किया है.
बेसमेंट में चल रहे कोचिंग सेंटर पर कार्रवाई
ओल्ड राजिंदर नगर की घटना में जांच टीम ने बताया, हमने बेसमेंट में बने 8 कोचिंग सेंटरों की पहचान की है और उनमें से तीन को सील कर दिया है. सरकार द्वारा मुआवजा दिया जाएगा. सरकार द्वारा मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए गए है. यह बात एमसीडी के अतिरिक्त आयुक्त तारिक थॉमस ने 3 छात्रों की मौत के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे छात्रों से बात करते हुए कही.
#WATCH | Old Rajinder Nagar incident | Delhi: "We have identified 8 coaching centres which are in the basement and among them we have sealed three of them…Compensation will be provided by the government…Action will be taken in the incident. A survey is being done…A… pic.twitter.com/HT9zfE7B1z
पूरी घटना की जांच के लिए कई टीम गठित की गयी हैं. हमने दिल्ली दमकल सेवा से उस इमारत और बेसमेंट के बारे में रिपोर्ट उपलब्ध कराने के लिए कहा है, जिसका उपयोग एक पुस्तकालय के रूप में किया जा रहा था, लेकिन उसे ‘भंडार कक्ष’ (स्टोर रूम) बताया गया था.
जमीन से 8 फुट नीचे था बेसमेंट
बेसमेंट जमीन के स्तर से आठ फुट नीचे था और शनिवार शाम को उसमें 18 से ज्यादा विद्यार्थी मौजूद थे, जब भारी बारिश के बाद उसमें पानी भर गया था. घटना के बारे में बताया जा रहा है कि बेसमेंट का प्रवेश द्वार बंद था लेकिन बारिश के पानी के अत्यधिक बहाव के कारण यह क्षतिग्रस्त हो गया और पानी उसमें घुस गया. घटनाक्रम का पता लगाने के लिए इलाके के सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रहे हैं. मालिक ने यह भी स्वीकार किया कि बेसमेंट में जल निकासी की कोई व्यवस्था नहीं थी.