चंद्रकांत पाटिल ने सबसे पहले फडणवीस के नाम का प्रस्ताव रखा, जिसके बाद सुधीर मुनगंटीवार, पंकजा मुंडे और अन्य विधायकों ने भी उनका समर्थन किया. भाजपा की ओर से महाराष्ट्र में केंद्रीय पर्यवेक्षक बने विजय रूपाणी ने पहले ही फडणवीस के नाम के संकेत दे दिए थे, और सोमवार को उन्होंने कहा था कि भाजपा इस बार महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनाएगी.
राकांपा प्रमुख अजित पवार ने भी सीएम पद भाजपा के पास जाने की बात कही थी, जबकि केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने इस बात की पुष्टि की थी कि फडणवीस के नाम का ऐलान जल्द होगा.
शिवसेना के टूटने के बाद जून-जुलाई 2022 में भाजपा ने एकनाथ शिंदे की मदद से सरकार बनाई थी, और बाद में शिंदे को मुख्यमंत्री बनाया गया था. हालांकि, 2024 विधानसभा चुनावों में महायुति की बड़ी जीत के बाद शिंदे को फिर से मुख्यमंत्री बनाए जाने की चर्चाएं थीं. फडणवीस और शिंदे के बीच बातचीत भी हुई थी, लेकिन शिंदे ने हमेशा यह कहा था कि वह मोदी और शाह द्वारा लिए गए फैसले का समर्थन करेंगे.
फडणवीस का 2019 में किया गया बयान अब सटीक साबित हो रहा है, जब उन्होंने कहा था, “मैं वापस आऊंगा”. 23 नवंबर को घोषित हुए विधानसभा चुनावों में महायुति ने राज्य की 288 सीटों में से 230 सीटें जीतीं, जिसमें भाजपा को 132, शिवसेना को 57 और एनसीपी को 41 सीटें मिलीं.