Diwali 2020: संयुक्त राष्ट्र की इस दिवाली ई-पटाखे फोड़ने की सलाह पर भड़के हिंदुस्तानी, यूजर्स बोले- ई-क्रिसमस क्यों नहीं मनाते?
Diwali 2020 नवंबर के फेस्टिव सीजन में दिवाली (Diwali) का इंतजार सभी को है. रोशनी के त्योहार के लिए हर कोई अपने हिसाब से तैयारी कर रहा है. दूसरी तरफ दिल्ली समेत कई राज्यों ने पटाखों पर बैन लगाने का फैसला लिया है. दिवाली पर पटाखों से प्रदूषण की बात कही जाती है. इसी बीच संयुक्त राष्ट्रसंघ भारत (United Nations India) के ट्विटर हैंडल से दिवाली पर ई-पटाखे (E Crackers) फोड़ने की सलाह दी. इस पर ट्विटर यूजर्स भड़क गए.
By Prabhat Khabar Digital Desk | November 6, 2020 9:25 PM
Diwali 2020: नवंबर के फेस्टिव सीजन में दिवाली का इंतजार सभी को है. रोशनी के त्योहार के लिए हर कोई अपने हिसाब से तैयारी कर रहा है. दूसरी तरफ दिल्ली समेत कई राज्यों ने पटाखों पर बैन लगाने का फैसला लिया है. दिवाली पर पटाखों से प्रदूषण होने की बात कही जाती है. इसी बीच संयुक्त राष्ट्रसंघ भारत के ट्विटर हैंडल से दिवाली पर ई-पटाखे फोड़ने की सलाह दी गई. इस पर ट्विटर यूजर्स भड़क गए.
संयुक्त राष्ट्रसंघ के ट्वीट में क्या था?
दरअसल, संयुक्त राष्ट्रसंघ भारत के ट्विटर हैंडल से एक ट्वीट किया गया. ट्वीट में दिवाली के दौरान ई-पटाखे फोड़ने की सलाह दी गई. ट्वीट में भारत सरकार के पर्यावरण मंत्रालय को टैग किया गया. इसके साथ ही लिखा गया ‘संयुक्त राष्ट्रसंघ और पर्यावरण मंत्रालय आपको एन्वायरमेंटल-फ्रेंडली दिवाली मनाने के लिए आमंत्रित करता है. आप भी फेसबुक-इंस्टाग्राम पर अपने मनपसंद ई-पटाखे चला सकते हैं.’
This festive season, @UNEP 🇮🇳 and @moefcc invite you to experience the magic of an environmentally-friendly Diwali, featuring your favourite childhood crackers, with the use of #AR filters on Facebook and Instagram! https://t.co/u5XWcAwkOLpic.twitter.com/dvvDBDAHrm
संयुक्त राष्ट्रसंघ भारत के ट्विटर हैंडल पर ई-पटाखे की सलाह पर यूजर्स भड़क गए. कई यूजर्स ने संयुक्त राष्ट्रसंघ को ई-क्रिसमस मनाने की सलाह दे डाली. कुछ यूजर्स ने सवाल किया ‘ऐसी सलाह बकरीद, आईपीएल, सेलिब्रिटी वेडिंग्स पर क्यों नहीं दी जाती है?’ कई दूसरे यूजर्स ने संयुक्त राष्ट्रसंघ को मेंशन करके नए साल के जश्न को भी पटाखे से मुक्त मनाने की अपील कर डाली. कुछ ने सवाल किया कि ‘सारे सवाल हिंदुओं के त्योहार पर ही क्यों उठाए जाते हैं? दिमाग है आपके पास या आपको दिमाग लाकर दूं?’