Drone Attack In Pakistan: लाहौर से रावलपिंडी तक मचा हाहाकार, धमाके से दहल उठा आधा पाकिस्तान

Drone Attack In Pakistan: पाकिस्तान के लाहौर और कराची सहित 6 बड़े शहरों में ड्रोन हमलों की पुष्टि ने देश की सुरक्षा व्यवस्था को कठघरे में खड़ा कर दिया है. कराची के आर्मी बेस पर हुए धमाके के बाद पूरे क्षेत्र को सेना ने अपने कब्जे में ले लिया है. अब तक कराची, लाहौर, गुंजरावाला, चकवाल, घोटकी और उमरकोट में कुल 12 ड्रोन धमाके हो चुके हैं, जिससे कई इलाकों में इमरजेंसी जैसे हालात हैं.

By Ayush Raj Dwivedi | May 8, 2025 2:16 PM
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Drone Attack In Pakistan: लाहौर के बाद अब कराची में ड्रोन ब्लास्ट की खबरों ने पाकिस्तान को सुरक्षा के मोर्चे पर झकझोर दिया है. कराची, जिसे पाकिस्तान की वित्तीय राजधानी और परमाणु हथियारों के भंडारण का प्रमुख स्थल माना जाता है. वहां ड्रोन हमले ने देश की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं.

पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कराची के एक आर्मी बेस पर ड्रोन हमला हुआ, जिसके बाद सेना ने इलाके को सील कर लिया है. ब्लास्ट के बाद आसपास के इलाकों में अफरा-तफरी का माहौल है और सेना ने पूरे क्षेत्र को अपने नियंत्रण में ले लिया है.

अब तक 6 शहरों में ड्रोन अटैक

अब तक पाकिस्तान के छह प्रमुख शहरों कराची, लाहौर, गुंजरावाला, चकवाल, घोटकी और उमरकोट में ड्रोन धमाकों की पुष्टि हुई है. अकेले लाहौर में तीन धमाके दर्ज किए गए हैं, जिनमें से एक नेवी बेस के पास हुआ. पाक मीडिया के मुताबिक, कुल 12 धमाके हो चुके हैं और कई जगह इमरजेंसी जैसे हालात बन गए हैं.

एयर डिफेंस सिस्टम बेअसर

इन हमलों के दौरान पाकिस्तान का एयर डिफेंस सिस्टम पूरी तरह फेल नजर आया. सबसे हैरानी की बात यह रही कि एक दिन पहले ही प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने पाकिस्तान की वायुसेना की खुलेआम तारीफ की थी और कहा था कि “वायुसेना पूरी मजबूती से तैयार है.” इसके कुछ ही घंटों बाद इन ड्रोन हमलों ने उस दावे की पोल खोल दी.

भारत सरकार ने की सर्वदलीय बैठक

पाकिस्तान और पीओके में भारतीय सेना की जवाबी कार्रवाई ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर गुरुवार को केंद्र सरकार द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक समाप्त हो चुकी है. इस बैठक में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने सभी राजनीतिक दलों को ऑपरेशन से जुड़ी स्थिति की जानकारी दी.

सूत्रों के मुताबिक, राजनाथ सिंह ने बैठक में स्पष्ट किया कि ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है, यह अभियान अभी भी जारी है. उन्होंने कहा कि बॉर्डर पर हालात तेजी से बदल रहे हैं. इसलिए फिलहाल सभी जानकारियां साझा नहीं की जा सकतीं. रक्षामंत्री ने यह भी संकेत दिया कि सुरक्षा कारणों से कई जानकारियां गोपनीय रखी जा रही हैं. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, संकट के समय में हम सरकार के साथ हैं

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