Drug Free India: देश के युवाओं को नशे की बढ़ती लत एक बड़ी समस्या है. युवाओं को नशे से दूर करने के लिए सरकार की ओर से कई तरह के कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं. देश के निर्माण में युवाओं की भूमिका सबसे अधिक महत्वपूर्ण है. मौजूदा समय में देश की कुल आबादी में 35 साल से कम उम्र के युवाओं की संख्या लगभग 65 फीसदी है. ऐसे में अगर युवाओं के बीच नशे का चलन बढ़ता है तो यह देश के लिए आने वाले समय में गंभीर खतरा पैदा कर सकता है. युवाओं को नशे की लत से बचाने के लिए केंद्र सरकार ‘नशा मुक्त युवा फॉर विकसित भारत’ अभियान चलाने जा रही है.
केंद्रीय युवा मामलों के मंत्री मनसुख मंडाविया राष्ट्रीय स्तर पर ‘नशा मुक्त युवा फॉर विकसित भारत’ के विशेष अभियान का आगाज रविवार को फिट इंडिया संडे ऑन साइकिल अभियान के तहत करेंगे. यह अभियान रविवार को बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी(बीएचयू) से शुरू किया जायेगा. फिट इंडिया संडे ऑन साइकिल का 32 वां संस्करण देश के 6 हजार से अधिक जगहों पर विभिन्न शैक्षणिक संस्थान के सहयोग से संचालित किया जायेगी. इस कार्यक्रम में सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन(सीबीएसई), केंद्रीय विद्यालय संगठन, डीएवी कॉलेज प्रबंधन कमेटी, नवोदय विद्यालय समिति और अन्य शिक्षण संस्थान शामिल होंगे.
जन आंदोलन के सहयोग से युवाओं को नशा मुक्त करना है लक्ष्य
केंद्रीय युवा एवं खेल मामलों के मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि देश को विकसित भारत बनाने के लिए युवाओं को सशक्त होना जरूरी है. युवाओं को नशा से दूर करने के लिए देश के 15 लाख से अधिक स्कूल देश को नशा मुक्त बनाने के अभियान में शिरकत करेंगे. मंत्रालय के फिट इंडिया संडे ऑन साइकिल अभियान का व्यापक असर दिख रहा है. यह अभियान जन आंदोलन में तब्दील हो चुका है और हर हफ्ते राष्ट्रीय स्तर पर 50 हजार लोग इस अभियान में शामिल हो रहे हैं.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि देश के भविष्य निर्माण में युवाओं की अहम भूमिका है. एक स्वस्थ युवा ही देश को संपन्न बनाने का काम कर सकती है. प्रधानमंत्री का साफ मानना है कि अगर भारत को वर्ष 2047 तक विकसित भारत बनना है तो युवाओं को स्वस्थ और फिट होना होगा. मौजूदा समय में युवाओं के समक्ष नशा एक बड़ी समस्या बन गयी है. ऐसे में देश को नशा मुक्त बनाने में सभी को मिलकर काम करना होगा. सरकार की मंशा यूथ आइकॉन को सामने लाकर युवाओं को नशे के खतरे और देश निर्माण में उनकी भूमिका से अवगत कराना है.