भूकंप के झटके से पहाड़ी राज्य मंगलवार को हिल गए. आज तड़के जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में भूकंप के झटके महसूस किए गए. रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 3.7 मापी गई. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (एनसीएस) की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, भूकंप देर रात करीब 1.10 बजे 5 किमी की गहराई पर आया. वहीं, आज सुबह लगभग 4:33 बजे लेह, लद्दाख में 4.5 रिक्टर स्केल तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं. एनसीएस के अनुसार, किश्तवाड़ जिले में आए भूकंप का केंद्र अक्षांश 33.36 और देशांतर 76.67 पर पाया गया. आपको बता दें कि भूकंप एक ऐसी प्राकृतिक आपदा है, जिसके बारे में कोई पूर्वानुमान नहीं लगाया जा सकता. यह धरती के किसी भी कोने में कहर बरपा सकता है. भूकंप के कारणों में टेक्टोनिक प्लेट सबसे प्रमुख है, जो पृथ्वी के गर्भ में लावा के ऊपर बहती रहती है. जब उनमें टकराव होता है, तब भूकंप आता है. वैज्ञानिकों के अनुसार, हिमालय में हिमखंडों में आइसोस्टेटिक एडजस्टमेंट की एक सतत प्रक्रिया है, जिसका एक खास भार पृथ्वी पर पड़ता है. यह भार भी भूकंप की गति को बढ़ा सकता है. यह भी पाया गया है कि हिमालय का क्षेत्र इसलिए भी संवेदनशील है, क्योंकि मानसून हर वर्ष बारिश से हिमालय को तर करता है और इसका भार बढ़ने से खासतौर से शीतकालीन भूकंप की आशंका बढ़ती है.
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