Emergency: आपातकाल के 50 साल पूरे होने के मौके पर केंद्र सरकार ने संविधान हत्या दिवस मनाने का फैसला किया है. बुधवार को संविधान हत्या दिवस पर दिल्ली के त्यागराज स्टेडियम में बड़ा कार्यक्रम आयोजित होगा. इस कार्यक्रम का आयोजन केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय और दिल्ली सरकार के सहयोग से किया जायेगा. आयोजन का मकसद आम लोगों को लोकतांत्रिक मूल्य और संवैधानिक अधिकार के प्रति सजग करना है. गौरतलब है कि 25 जून 1975 को इंदिरा गांधी ने देश में आपातकाल की घोषणा की थी और यह आजादी के बाद भारतीय इतिहास का सबसे काला धब्बा माना जाता है. आपातकाल के दौरान मौलिक अधिकार को स्थगित करने के अलावा प्रेस की आजादी पर अंकुश लगाया गया और देश के सभी संस्थानों को पंगु बना दिया गया. आपातकाल के दौरान नागरिकों के अधिकार हनन को लेकर जागरुकता फैलाने के लिए केंद्र सरकार ने 25 जून को संविधान हत्या दिवस के तौर पर मनाने का फैसला किया.
ताकि देश के नागरिक को लोकतंत्र और संविधान की मूल भावना की समझ हो सके. भारत में लोकतंत्र का इतिहास काफी पुराना है. भारत को लोकतंत्र की जननी कहा जाता है. ऐसे में संविधान हत्या दिवस का मकसद देश के लोगों को पूर्व में हुए अन्याय के प्रति जागरूक करना ही नहीं बल्कि संवैधानिक मूल्यों के प्रति आगाह करना है. यह बताना है कि लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा के लिए कैसे कदम उठाए गए हैं.
लोकतंत्र पर होगी विशेष प्रदर्शनी
इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह होंगे. इसके अलावा केंद्रीय रेल एवं आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव, केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना, मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के अलावा अन्य नेता मौजूद रहेंगे. कार्यक्रम के दौरान तीन स्तर पर प्रदर्शन किया जायेगा. इस दौरान भारत के पुरातन और जनभागीदारी वाले लोकतांत्रिक मूल्यों का प्रदर्शन किया जायेगा. इसके अलावा वर्ष 1975 के दौरान आपातकाल लगाने के पूरे घटनाक्रम का विवरण पेश होगा. साथ ही मोदी सरकार के 11 साल के कार्यकाल के दौरान लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए उठाए गए कदमों की भी जानकारी दी जाएगी.
मोदी सरकार के कार्यकाल के दौरान हुए चुनावी सुधार, नारी शक्ति वंदन अभियान, डीबीटी और डिजिटल इंडिया की सफलता की जानकारी दी जायेगी. नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में आपातकाल के दौरान आम लोगों पर हुए असर को लेकर नाटक का मंचन होगा. साथ ही शॉर्ट फिल्म का भी प्रदर्शन होगा. दिल्ली के अलावा अन्य राज्यों में भी आपातकाल को लेकर कई तरह के कार्यक्रम का आयोजन होगा. इस दौरान आपातकाल का विरोध करने वाले लोगों को सम्मानित किया जायेगा.