“विंडो सीट नहीं छोड़ी तो महिला ने दिखाया गुस्सा, पैसेंजर की आपबीती वायरल”

Flight Window Seat Kalesh: हवाई यात्रा के दौरान एक विंडो सीट को लेकर Reddit पर शेयर की गई कहानी ने सोशल मीडिया पर बहस छेड़ दी है. एक यूज़र ने बताया कि उसने महीनों पहले फ्लाइट की खिड़की वाली सीट बुक की थी, लेकिन यात्रा के दिन एक महिला ने अपने बेटे के लिए वह सीट मांग ली जिसके बाद बवाल शुरू हो गया.

By Ayush Raj Dwivedi | June 8, 2025 8:43 AM
an image

Flight Window Seat Kalesh: हवाई यात्रा में विंडो सीट की चाह हर किसी को होती है, लेकिन क्या आप अपनी पहले से बुक की गई सीट किसी और के कहने पर छोड़ देंगे? इसी सवाल पर सोशल मीडिया पर जोरदार बहस छिड़ी है. मामला एक Reddit यूज़र की उड़ान से जुड़ा है, जिसने विंडो सीट को लेकर हुए एक ‘अजीब और असहज’ वाकये को साझा किया है.

यूज़र ने बताया कि उसने एक महीने पहले फ्लाइट के लिए विंडो सीट बुक की थी. लेकिन उड़ान के दिन एक महिला अपने किशोर बेटे के साथ विमान में चढ़ीं और आते ही आग्रह करने लगीं कि उसका बेटा बाहर का नजारा देखना चाहता है कृपया सीट बदल दें. यूज़र ने विनम्रता से मना करते हुए कहा, “माफ कीजिए, मैं अपनी बुक की हुई सीट पर ही बैठना चाहूंगा.”

“एक सीट ही तो है…” – महिला का तंज, लेकिन जवाब वायरल

यूज़र ने बताया कि महिला का व्यवहार तुरंत बदल गया और उन्होंने तंज कसते हुए कहा, “अरे! बस एक सीट ही तो है, इतनी परेशानी क्यों कर रहे हो?” इस पर यूज़र ने मुस्कुराकर जवाब दिया, “बिलकुल, एक सीट ही तो है… और ये मेरी है.”

‘पैसिव-अग्रेसिव’ रिएक्शन और फुल ब्राइटनेस ड्रामा

महिला को यूज़र के बगल वाली सीट मिल गई, लेकिन इसके बाद पूरे सफर में उन्होंने ‘पैसिव-अग्रेसिव’ व्यवहार दिखाया. यूज़र के मुताबिक, उन्होंने लंबी सांसें लीं, जानबूझकर आर्मरेस्ट पर कोहनी मारी, और मोबाइल की स्क्रीन को फुल ब्राइटनेस पर रखकर ‘ड्रामेटिक टेक्स्टिंग’ करती रहीं.

“तो मैं अचानक ‘रूड’ कैसे हो गया?”

यूज़र ने अपनी पोस्ट में सवाल उठाया कि अगर किसी यात्री ने पहले से प्लानिंग करके सीट ली है, तो उसे ऐसा क्यों दिखाया जाता है जैसे उसने कुछ गलत किया हो? “परिवार साथ बैठे, ये समझ आता है, लेकिन किसी को सीट छोड़ने के लिए दबाव बनाना ठीक नहीं.”

सोशल मीडिया पर बहस गरमाई

Reddit पर यह पोस्ट वायरल हो गई और हजारों लोगों ने कमेंट कर यूज़र का समर्थन किया. कई लोगों ने लिखा कि सीट एक्सचेंज तभी करना चाहिए जब सामने वाला बराबर या बेहतर सीट दे रहा हो— जो बहुत कम होता है.

संबंधित खबर
संबंधित खबर और खबरें
होम E-Paper News Snaps News reels
Exit mobile version