भयानक हुआ हादसा
प्रत्यक्षदर्शियों और स्थानीय प्रशासन के अनुसार, सुबह करीब 7:30 बजे पुल का एक हिस्सा अचानक ध्वस्त हो गया, जिससे दो ट्रक, दो वैन, एक कार और कई दोपहिया वाहन नदी में गिर गए. एक भारी ट्रक अब भी पुल पर बीचों बीच लटका हुआ है. हादसे के वक्त पुल पर भारी यातायात था और नदी में कितने वाहन गिरे हैं, इसकी अभी पुष्टि नहीं हो सकी है.
रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय प्रशासन, पुलिस, अग्निशमन विभाग और गोताखोरों की टीम मौके पर पहुंच गई. अब तक चार लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया है. प्रशासन का कहना है कि महिसागर नदी का तल काफी गहरा और चौड़ा है, जिससे वाहनों की सटीक संख्या जानने में दिक्कत हो रही है. नदी में और लोगों के फंसे होने की आशंका के चलते रेस्क्यू ऑपरेशन तेज कर दिया गया है.
43 साल पुराना था पुल, लंबे समय से था जर्जर
गंभीरा पुल 1982 में बनाया गया था और तब से अब तक इसकी मरम्मत नहीं की गई थी. स्थानीय लोग और वाहन चालक लंबे समय से पुल के हिलने और कमजोर हालत की शिकायत कर रहे थे, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया. बताया जा रहा है कि सौराष्ट्र से आने वाले भारी वाहन टोल टैक्स बचाने के लिए इस पुल का इस्तेमाल कर रहे थे. हाल ही में इस पुल के बगल में एक नया पुल बनाने की योजना को मंजूरी मिली थी, लेकिन काम अब तक शुरू नहीं हो पाया है.