‘पदाधिकारियों ने पार्टी छोड़ दी फिर भी स्थानीय निकाय चुनाव जीते’
साथ ही बातचीत के क्रम में उन्होंने कहा कि मुट्ठी भर पदाधिकारियों ने पार्टी छोड़ दी और 2021 में स्थानीय निकाय चुनाव जीते. उन्हें पार्टी में वापस नहीं लिया गया क्योंकि “हमने अनुशासनहीनता के प्रति शून्य-सहिष्णुता का दृष्टिकोण अपनाया है”. उन्होंने कहा, “बीजेपी अनुशासन बनाए रखती है और कैडर का मनोबल ऊंचा रखती है.” जानकारी हो कि गुजरात विधानसभा चुनाव की मतगणना 8 दिसंबर को होने है. साथ ही हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव के नतीजों का ऐलान भी होना है.
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जिन लोगों को टिकट नहीं मिला, उन्हें मतभेद दूर कर पार्टी के लिए काम करने के लिए राजी किया
इस संवाद के दौरान गुजरात बीजेपी अध्यक्ष पाटिल ने कहा कि उन्होंने सभी 182 निर्वाचन क्षेत्रों का दौरा किया और जिन लोगों को टिकट नहीं मिला, उन्हें अपने मतभेदों को दूर करने और पार्टी के लिए काम करने के लिए राजी किया. हालांकि पहले चरण का मतदान प्रतिशत 2017 में इसी दौर की तुलना में कम था, पाटिल ने इसे “बंपर वोटिंग” कहा. उन्होंने कहा कि ऐसा लग सकता है कि मतदान प्रतिशत गिर गया है, लेकिन 2017 के पहले चरण में हुए 1.4 करोड़ वोटों की तुलना में इस बार 1.5 करोड़ वोट पड़े हैं. इससे बीजेपी उम्मीदवारों को फायदा होगा.