Haldwani Violence: उत्तराखंड ने केंद्र सरकार से मांगी अर्धसैनिक बलों की चार कंपनियां, जानें अब कैसे हैं हालात
एक अवैध मदरसे को तोड़े जाने के बाद आठ फरवरी को हुए दंगों की जांच मजिस्ट्रेट से कराने के शनिवार को आदेश दिए गए. बनभूलपुरा क्षेत्र में गुरुवार को एक अवैध मदरसे को तोड़े जाने को लेकर भीड़ ने आगजनी और तोड़फोड़ की थी. पुलिस ने कहा कि निर्माण करने वाले अब्दुल मलिक की तलाश शुरू कर दी है.
By ArbindKumar Mishra | February 10, 2024 10:22 PM
उत्तराखंड के हल्द्वानी में हिंसा के बाद स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो रही है. हिंसाग्रस्त हल्द्वानी शहर के बाहरी इलाकों से कर्फ्यू हटा लिया गया है, लेकिन बनभूलपुरा क्षेत्र में यह लागू रहेगा. इधर उत्तराखंड की मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने केंद्रीय गृह सचिव को पत्र लिखकर मलिक का बगीचा क्षेत्र में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए अर्धसैनिक बलों की चार अतिरिक्त कंपनियां तैनात करने की मांग की है. मालूम हो गुरुवार को स्थानीय लोगों ने नगर निगम कर्मियों और पुलिस पर पथराव किया और पेट्रोल बम फेंके थे, जिससे कई पुलिसकर्मियों को एक थाने में शरण लेनी पड़ी, जिसे भीड़ ने आग के हवाले कर दिया था. एक पत्रकार समेत सात लोगों का शुक्रवार को तीन अस्पतालों में इलाज किया गया. उनमें से तीन की हालत गंभीर बतायी गयी थी.
हिंसा की होगी मजिस्ट्रेट जांच
एक अवैध मदरसे को तोड़े जाने के बाद आठ फरवरी को हुए दंगों की जांच मजिस्ट्रेट से कराने के शनिवार को आदेश दिए गए. बनभूलपुरा क्षेत्र में गुरुवार को एक अवैध मदरसे को तोड़े जाने को लेकर भीड़ ने आगजनी और तोड़फोड़ की थी. पुलिस ने कहा कि निर्माण करने वाले अब्दुल मलिक की तलाश शुरू कर दी है. मुख्य सचिव राधा रतूड़ी द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि कुमाऊं के आयुक्त दीपक रावत मजिस्ट्रेटी जांच करेंगे और 15 दिन के भीतर सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे.
Uttarakhand Chief Secretary Radha Raturi writes to the Union Home Secretary demanding four additional companies of Paramilitary Forces be deployed in the Banbhoolpura of Nainital District to maintain law and order in the Malik ka Bagicha area. pic.twitter.com/sqiGlV4Obp
हिंसा के बाद इंटरनेट दिनभर रहे बंद, स्कूलें भी बंद
पुलिस ने बताया कि सोशल मीडिया मंच के माध्यम से अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए शहर में इंटरनेट सेवाएं स्थगित रहीं. पुलिस ने प्रभावित इलाकों में गश्त की और सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा. दुकानें तथा स्कूल बंद रहे. नैनीताल के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) प्रह्लाद मीणा ने कहा कि हिंसा के संबंध में अब तक तीन प्राथमिकियां दर्ज की गई हैं और पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
दंगाइयों की पहचान के लिए खंघाले जा रहे सीसीटी फुटेज
पुलिस ने कहा कि दंगाइयों की पहचान करने के लिए गुरुवार की घटनाओं के सीसीटीवी फुटेज और वीडियो क्लिप का विश्लेषण किया जा रहा है.
कर्फ्यू बनभूलपुरा तक सीमित
नैनीताल की जिलाधिकारी वंदना सिंह ने शनिवार को कर्फ्यू बनभूलपुरा तक सीमित करने का आदेश जारी किया. आदेश में कहा गया है कि कर्फ्यू अब समूचे बनभूलपुरा क्षेत्र तक सीमित रहेगा जिसमें आर्मी छावनी (वर्कशॉप लाइन समेत)-तिकोनिया-तीनपानी और गौलापार बाईपास की परिधि का क्षेत्र शामिल है. नैनीताल-बरेली मोटर रोड पर वाहनों की आवाजाही और वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों पर कोई पाबंदी नहीं रहेगी. हालांकि, उन इलाकों में केवल अस्पताल और दवा की दुकानें ही खुली रहेंगी, जहां कर्फ्यू लागू है.
हिंसा में 6 लोगों की मौत, 60 से अधिक घायल
अधिकारियों के अनुसार, गुरुवार को हुई हिंसा में छह दंगाइयों की मौत हो गयी थी और 60 से अधिक लोग घायल हुए. हिंसा में मारे गए लोगों के बारे में एसएसपी ने कहा कि पुलिस गोलीबारी में किसी की मौत नहीं हुई और पोस्टमॉर्टम से उनकी मौत की परिस्थितियां स्पष्ट हो जाएंगी. उन्होंने कहा कि भीड़ को तितर-बितर करने के लिए मजिस्ट्रेट के आदेश के बाद पुलिस ने गोलीबारी की.
हिंसा भड़काने के मामले में अबतक हो चुकी है पांच की गिरफ्तारी
हिंसा भड़काने के मामले में अबतक पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है और तीन प्राथमिकियां दर्ज की गयी हैं. एडीजी ने कहा कि तीन प्राथमिकियों में 16 लोगों को आरोपी बनाया गया है. उनमें से पांच को गिरफ्तार कर लिया गया है और शेष अन्य को भी जल्द ही पकड़ लिया जाएगा.