Health: दिल्ली की सत्ता पर काबिज होने पर भाजपा ने आयुष्मान भारत योजना लागू करने का वादा किया था. दिल्ली में सरकार बनने के बाद भाजपा की ओर से दिल्ली में इस योजना को लागू करने का काम अंतिम चरण में पहुंच गया है. दिल्ली के लोगों को आयुष्मान योजना के तहत पांच लाख का मुफ्त इलाज मिलने के साथ ही दिल्ली सरकार की ओर से भी अतिरिक्त पांच लाख रुपये के इलाज की सुविधा मिलेगी. इसके लिए केंद्र सरकार के साथ जल्द ही एक समझौता होने की संभावना है. इस योजना के लागू होने के बाद दिल्ली के लोगों को भी मुफ्त में इलाज की सुविधा का लाभ मिलेगा.
दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्री पंकज सिंह ने सोमवार को कहा कि आने वाले समय में दिल्ली की स्वास्थ्य सेवाओं में व्यापक बदलाव देखने को मिलेगा. दिल्ली सरकार 100 दिन की कार्ययोजना पर गंभीरता से काम कर रही है. दिल्ली में आयुष्मान योजना अप्रैल के पहले हफ्ते से लागू हो जाएगी और दिल्ली के लोगों को इसका लाभ मिलने लगेगा. इससे लाखों गरीब और जरूरतमंद लोगों को मुफ्त और सुलभ इलाज मिलने का रास्ता साफ हो जाएगा और लाखों लोगों को इसका फायदा होगा.
दिल्ली के अस्पतालों का होगा कायाकल्प
स्वास्थ्य मंत्री पंकज सिंह ने कहा कि दिल्ली के अस्पतालों को बेहतर बनाने के लिए सरकार 100 दिन की कार्ययोजना पर काम कर रही है. आने वाले समय में मरीजों को अस्पताल में हर तरह की सुविधा मुहैया होगा. साफ-सफाई से लेकर सुविधाओं में कोई कमी नहीं हो इसके लिए अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिया गया है. स्वास्थ्य सेवाओं में पारदर्शिता, गुणवत्ता बनाए रखने के लिए सरकार हर जरूरी कदम उठाएगी ताकि मरीजों को बेहतर इलाज मिल सके. सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि अस्पताल में दवाइयों की उपलब्धता, डॉक्टरों की संख्या और मेडिकल उपकरण पर्याप्त संख्या में मौजूद रहे. उन्होंने कहा कि मोहल्ला क्लिनिक को बेहतर बनाने और हर तरह की सुविधा मुहैया कराने का काम शुरू कर दिया गया है.
गौरतलब है कि दिल्ली सरकार की कोशिश लोगों को अच्छी स्वास्थ्य सेवा मुहैया कराना है. दिल्ली सरकार दिल्ली की जनता को उनके घर के पास ही बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने की दिशा में काम कर रही है. यही कारण है कि दिल्ली के हर क्षेत्र में पुराने हॉस्पिटल को भी अपग्रेड करने के साथ ही उन सभी विभागों को शुरू करने की दिशा में काम किया जा रहा है, जो विभाग उन अस्पतालों में अबतक नहीं है. इससे एक ओर जहां दिल्ली की जनता को अपनी नजदीकी अस्पताल में इलाज की सुविधा मिलेगी, वहीं दूसरे अस्पतालों पर बोझ भी कम होगा.