स्थिति पर हम बनाए हुए हैं नजर- जेपी नड्डा
जेपी नड्डा ने कहा कि हालिया रिपोर्ट के अनुसार चीन में एचएमपीवी के मामलों पर स्वास्थ्य मंत्रालय, आईसीएमआर और राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र नजर रख रहे हैं. चीन के साथ-साथ पड़ोसी देशों की स्थिति पर भी कड़ी नजर है. डब्ल्यूएचओ ने स्थिति का संज्ञान लिया है और जल्द ही अपनी रिपोर्ट हमारे साथ साझा करेगा. आईसीएमआर और एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम के पास उपलब्ध श्वसन वायरस के देश के आंकड़ों की भी समीक्षा की गई है. नड्डा ने कहा कि भारत में किसी भी सामान्य श्वसन वायरल रोगजनक में कोई इजाफा नहीं हुआ है. देश की स्वास्थ्य प्रणालियां और निगरानी नेटवर्क सतर्क रहते हैं, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि देश किसी भी उभरती स्वास्थ्य चुनौती का तुरंत जवाब देने के लिए तैयार है. चिंता का कोई कारण नहीं है. हम स्थिति पर करीब से नजर रख रहे हैं.
घबराने की जरूरत नहीं- कर्नाटक सरकार
इधर कर्नाटक सरकार ने भी ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस के दो मामलों का पता चलने के बाद लोगों से आग्रह किया कि वे घबराएं नहीं. सरकार ने कहा कि यह वायरस कोविड-19 जितना संक्रामक नहीं है. चिकित्सा शिक्षा निदेशालय ने एक विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि यह वायरस मुख्य रूप से बच्चों को प्रभावित करता है जिससे सामान्य सर्दी के समान संक्रमण होता है. डीएमई ने बताया कि एचएमपीवी के कारण खांसी, बुखार, नाक बंद होना और सांस लेने में तकलीफ सहित फ्लू जैसे लक्षण सामने आते हैं. अधिक गंभीर मामलों में यह ब्रोंकाइटिस या निमोनिया का कारण बन सकता है.
दो राज्यों में सामने आये वायरस के तीन मामले
बता दें, सोमवार को गुजरात में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस का एक नया मामला सामने आया. गुजरात में अहमदाबाद के एक निजी अस्पताल में भर्ती दो महीने के एक बच्चा एचएमपीवी से संक्रमित पाया गया. राजस्थान का एक परिवार राजस्थान से अहमदाबाद इलाज कराने आया था. इसी दौरान जांच में चिकित्सकों ने बच्चे को एचएमपीवी से संक्रमित पाया. इससे पहले बेंगलुरु में दो और बच्चे एचएमपीवी से संक्रमित पाए गए थे.
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