वंदना मिश्रा करीब डेढ़ माह पहले कोरोना संक्रमित हुई थीं. ठीक होने के बाद बीते तीन दिन से उन्हें घबराहट और उल्टी की शिकायत थी. शुक्रवार की सुबह एक बार फिर अस्पताल में दिखाने के बाद शाम तबीयत बिगड़ी, तो परिजन उन्हें अस्पताल ले जाने लगे. गोविंदपुरी पुल पर पुलिस कर्मियों ने लाख विनती करने पर भी उनके लिए रास्ता नहीं खुलवाया.
पुलिस कमिश्नरेट के ट्विटर अकाउंट पर आज शनिवार को कमिश्नर ने लिखा, ”आईआईए की अध्यक्षा बहन वंदना मिश्राजी के निधन के लिए कानपुर नगर पुलिस और व्यक्तिगत रूप से मैं क्षमा प्रार्थी हूं. भविष्य के लिए यह बड़ा सबक है. हम प्रण करते हैं कि हमारी रूट व्यवस्था ऐसी होगी कि न्यूनतम समय के लिए नागरिकों को रोका जाये, ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो.” वहीं, पुलिस कमिश्नर असीम अरुण सुबह वंदना मिश्रा के घर भी पहुंचे. उन्होंने वंदना मिश्रा के पति शरद मिश्रा से माफी भी मांगी.
राष्ट्रपति ने डीएम को भेजा, जताया खेद
जिलाधिकारी आलोक तिवारी भी वंदना के घर पहुंचे. उन्होंने वंदना के पति शरद मिश्रा से कहा कि महामहिम राष्ट्रपति जी ने इस घटना पर खेद व्यक्त किया है और हमें भेजा है. यह भी कहा कि आपकी क्षतिपूर्ति तो नहीं हो सकती. लेकिन, हमारी कोशिश होगी कि ऐसी घटना की पुनरावृत्ति ना हो.