बॉर्डर रोड्स टास्क फोर्स (BRTF) के सुपरिटेंडेंट इंजीनियर एमके जैन ने बताया, यह सड़क 280 किमी लंबी है और यह लगभग तैयार है. मनाली से लेह जाने के लिए सड़क लगभग 5-6 घंटे बचाएगी.
उन्होंने बताया, चूंकि यह 280 किमी की सड़क कम ऊंचाई पर है, इसलिए इसे वाहन चालन के लिए लगभग 10-11 महीने के लिए खोला जा सकता है. हमने इसे अलग-अलग सड़क से जोड़ने और इसे 30 किलोमीटर तक जोड़ने के लिए कनेक्टिविटी दी है, जिसे पूरा करना बाकी है.
नये राजमार्ग शुरू होने से भारतीय सेना के मुवमेंट में होगी सुविधा
मालूम हो नये राजमार्ग के शुरू हो जाने से भारतीय सेना का मुवमेंट काफी आसान हो जाएगा. इस रास्ते से सैनिकों के लिए रसद और हथियार पहुंचाने में काफी आसानी होगी. इस हाइवे से करगिल क्षेत्र में भी पहुंच आसान हो जाएगी.
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गौरतलब है कि 15 जून की रात भारत और चीनी सैनिकों के बीच हुई झड़प की घटना के बाद दोनों देशों के बीच विवाद चरम पर है. इधर 29 और 30 की रात चीनी सैनिकों ने पूर्वी लद्दाख में गतिरोध वाले स्थल पर फिर घुसने की कोशिश की. हालांकि भारतीय जवानों ने उनकी इस कोशिश को मुंहतोड़ जवाब दिया और उन्हें खदेड़ दिया. खबर ये भी है कि करीब 500 चीनी सैनिकों ने घुसपैठ की कोशिश की, लेकिन भारतीय सैनिकों ने उन्हें 4 किलोमीटर अंदर तक खदेड़ दिया और चीन के कब्जे वाले क्षेत्र पर अपना कब्जा जमा लिया.
Posted By – Arbind Kumar Mishra