India Canada Tension: ‘कनाडा सरकार पर भरोसा नहीं’, अपने उच्चायुक्त वापस बुलाएगा भारत, निज्जर हत्याकांड मामले में बढ़ी टेंशन
India Canada Tension: विदेश मंत्रालय ने कहा है कि उसे कनाडा में भारतीय राजनयिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की कनाडा सरकार की प्रतिबद्धता पर कोई भरोसा नहीं है. इस कारण मंत्रालय ने उच्चायुक्त और अन्य राजनयिकों और अधिकारियों को वापस बुलाने का फैसला किया है.
By Pritish Sahay | October 14, 2024 9:06 PM
India Canada Tension: हरदीप सिंह निज्जर हत्याकांड मामले में कनाडा सरकार के लगाए गए आरोप के बाद भारत ने सख्त कदम उठाया है. भारत ने ओटावा से अपने उच्चायुक्त और अन्य डिप्लोमेट्स को वापस बुलाने का फैसला किया है. बता दें, इससे पहले विदेश मंत्रालय ने कनाडाई उच्चायुक्त को तलब किया था. भारत ने कहा है कि उग्रवाद और हिंसा के माहौल में ट्रूडो सरकार की नीति के कारण डिप्लोमेट्स की सुरक्षा खतरे में पड़ गई है. भारत ने यह भी कहा है कि उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने की फिलहाल कनाडाई सरकार की प्रतिबद्धता पर भी कोई भरोसा नहीं है. विदेश मंत्रालय ने कहा कि इसलिए भारत सरकार ने उच्चायुक्त और अन्य राजनयिकों और अधिकारियों को वापस बुलाने का फैसला किया है.
It was underlined that in an atmosphere of extremism and violence, the Trudeau Government's actions endangered their safety. We have no faith in the current Canadian Government's commitment to ensure their security. Therefore, the Government of India has decided to withdraw the… pic.twitter.com/WUOQAV4SIc
कनाडा के आरोपों को भारत ने किया खारिज बता दें, सिख अलगाववादी हरदीप सिंह निज्जर हत्याकांड मामले में जांच से भारतीय उच्चायुक्त को जोड़ने के जस्टिन ट्रूडो सरकार के कदम से भारत और कनाडा के बीच तल्खियां बढ़ गई है. भारत ने कनाडा सरकार को भारतीय राजनयिक के खिलाफ इस तरह के मनगढ़ंत आरोपों के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी दी है. भारत ने एक सख्त जवाब में उच्चायुक्त संजय कुमार वर्मा के खिलाफ आरोपों को पुरजोर तरीके से खारिज कर दिया. भारत ने कनाडा सरकार के आरोपों को बेतुका बताते हुए इन्हें ट्रूडो सरकार के राजनीतिक एजेंडा करार दिया है. इसी कड़ी में भारत सरकार ने उच्चायुक्त समेत अन्य राजनयिकों और अधिकारियों को वापस बुलाने का फैसला किया है.
भारत और कनाडा में बढ़ रही हैं तल्खियां विदेश मंत्रालय ने कहा कि प्रधानमंत्री ट्रूडो ने सितंबर 2023 में कुछ आरोप लगाए थे और कनाडा सरकार ने तब से हमारी ओर से कई अनुरोधों के बावजूद भारत सरकार के साथ सबूतों का एक अंश भी साझा नहीं किया है. पिछले साल सितंबर में प्रधानमंत्री ट्रूडो की ओर से खालिस्तानी चरमपंथी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंटों की संभावित संलिप्तता के आरोपों के बाद भारत और कनाडा के बीच संबंधों में गंभीर तनाव आ गया था. बता दें, निज्जर की पिछले साल जून में ब्रिटिश कोलंबिया के गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. वहीं, कनाडा के आरोपों पर विदेश मंत्रालय ने कहा है कि इससे कोई संदेह नहीं रह जाता कि जांच के बहाने राजनीतिक लाभ के लिए यह भारत को बदनाम करने की जानबूझकर रची गई रणनीति है.