India-New Zealand Relations: आतंकवाद और चरमपंथ के खिलाफ जंग का ऐलान, भारत-न्यूजीलैंड के बीच हुए कई समझौते

India-New Zealand Relations: न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन भारत दौर पर आए हैं. सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उनकी संयुक्त वार्ता हुई. दोनों देशों के बीच कई समझौते हुए. आतंकवाद और चरमपंथ के खिलाफ साझा जंग का ऐलान किया गया है.

By ArbindKumar Mishra | March 17, 2025 3:24 PM
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India-New Zealand Relations: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन के बीच सोमवार को प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता हुई. दोनों देशों के राष्ट्र प्रमुख के बीच समझौतों के आदान-प्रदान हुए. फिर पीएम मोदी और न्यूजीलैंड के पीएम ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “मैं प्रधानमंत्री लक्सन और उनके प्रतिनिधिमंडल का भारत में स्वागत करता हूं. प्रधानमंत्री लक्सन का भारत के साथ पुराना नाता रहा है. इस साल के रायसीना डायलॉग के मुख्य अतिथि के रूप में उनके जैसे युवा, ऊर्जावान, प्रतिभाशाली नेता का होना हमारे लिए खुशी की बात है.”

आतंकवाद और चरमपंथ पर संयुक्त जंग का ऐलान

आतंकवाद और अलगाववाद के खिलाफ पीएम मोदी ने कहा, “आतंकवाद पर हमारी राय एक जैसी है. चाहे 15 मार्च 2019 को क्राइस्ट चर्च पर हुआ आतंकी हमला हो या मुंबई 26/11, आतंकवाद हर तरह से अस्वीकार्य है. आतंकी हमलों के दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जरूरी है. हम आतंकवादी, अलगाववादी और चरमपंथी तत्वों के खिलाफ मिलकर काम करेंगे. हमने न्यूजीलैंड में भारत विरोधी गतिविधियों के बारे में अपनी चिंता साझा की है. हमें यकीन है कि हमें इन अवैध गतिविधियों के खिलाफ न्यूजीलैंड सरकार का सहयोग आगे भी मिलता रहेगा.”

न्यूजीलैंड और भारत के बीच कई समझौते हुए

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “आज हमने अपने द्विपक्षीय संबंधों के विभिन्न पहलुओं पर विस्तृत चर्चा की. हमने अपनी रक्षा और सुरक्षा साझेदारी को मजबूत और संस्थागत बनाने का निर्णय लिया है. संयुक्त अभ्यास, प्रशिक्षण के साथ-साथ रक्षा उद्योग में आपसी सहयोग के लिए रोडमैप बनाया जाएगा. हमारी नौसेनाएं हिंद महासागर में समुद्री सुरक्षा के लिए संयुक्त टास्कफोर्स 150 में मिलकर काम कर रही हैं.”

न्यूजीलैंड और भारत के बीच मुक्त व्यापार समझौते

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “दोनों देशों के बीच पारस्परिक रूप से लाभकारी मुक्त व्यापार समझौते पर बातचीत शुरू करने का निर्णय लिया गया है. इससे आपसी व्यापार और निवेश की संभावनाओं को और बढ़ावा मिलेगा. डेयरी, खाद्य प्रसंस्करण और फार्मा जैसे क्षेत्रों में आपसी सहयोग और निवेश को बढ़ावा दिया जाएगा.” दोनों देशों के बीच अवैध प्रवास के मुद्दे पर भी बातचीत हुई. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “अवैध प्रवास के मुद्दे से निपटने के लिए भारत और न्यूजीलैंड द्वारा एक समझौता तैयार करने के लिए काम किया जाएगा.”

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