India Pakistan Ceasefire: जयराम रमेश ने की संसद के विशेष सत्र और सर्वदलीय बैठक की मांग

India Pakistan Ceasefire: कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने भारत-पाकिस्तान सीजफायर के बाद प्रधानमंत्री मोदी से संसद का विशेष सत्र बुलाने और सर्वदलीय बैठक आयोजित करने की मांग की है. उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा, पहलगाम आतंकी हमले और भविष्य की रणनीति पर चर्चा के लिए सभी राजनीतिक दलों को विश्वास में लेने का आग्रह किया है. भारत-पाकिस्तान ने सभी सैन्य कार्रवाइयां रोकने पर सहमति जताई है.

By KumarVishwat Sen | May 10, 2025 7:47 PM
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India Pakistan Ceasefire: भारत और पाकिस्तान के बीच पिछले चार दिनों से जारी संघर्ष के बाद अब दोनों देशों ने तनाव कम करने की दिशा में अहम कदम उठाते हुए सीजफायर पर सहमति जताई है. इसी पृष्ठभूमि में कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से तत्काल एक सर्वदलीय बैठक बुलाने और संसद का विशेष सत्र आयोजित करने की मांग की है.

जयराम रमेश की प्रधानमंत्री को अपील

कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि भारत-पाकिस्तान के बीच हालिया घटनाओं और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी चुनौतियों को देखते हुए यह आवश्यक है कि सरकार सभी राजनीतिक दलों को विश्वास में ले. उन्होंने कहा कि सरकार को चाहिए कि वह संसद का विशेष सत्र बुलाए, ताकि देश में हाल ही में हुई घटनाओं (विशेषकर जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले) पर व्यापक विचार-विमर्श हो सके.

जयराम रमेश ने एक्स पर किया पोस्ट

जयराम रमेश ने सोशल मीडिया मंच एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “वाशिंगटन डीसी से आई अभूतपूर्व घोषणाओं के बाद अब पहले से कहीं अधिक आवश्यकता है कि प्रधानमंत्री सर्वदलीय बैठक की अध्यक्षता करें. संसद का विशेष सत्र बुलाया जाए, जिसमें पिछले 18 दिनों की घटनाओं, पहलगाम हमले और भविष्य की रणनीति पर चर्चा हो. इससे राष्ट्रीय एकजुटता और सामूहिक संकल्प का प्रदर्शन होगा.”

भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर पर सहमति

इस बीच, विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने पुष्टि की है कि भारत और पाकिस्तान के डीजीएमओ (सेना के सैन्य संचालन महानिदेशक) के बीच बातचीत हुई है और दोनों देशों ने जमीन, समुद्र और आकाश में सभी प्रकार की सैन्य कार्रवाइयों को रोकने पर सहमति जताई है. मिस्री ने बताया कि यह समझौता भारतीय समयानुसार शाम 5 बजे से प्रभावी हो गया है और दोनों पक्षों को युद्धविराम लागू करने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं. इसके अलावा, डीजीएमओ स्तर की एक और बैठक 12 मई को दोपहर में तय की गई है, जिसमें आगे की रणनीति और शांति बहाली के उपायों पर बातचीत होगी.

जयशंकर का बयान: आतंकवाद के खिलाफ अडिग

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भारत और पाकिस्तान ने गोलीबारी और सैन्य कार्रवाइयों को रोकने पर सहमति जताई है. उन्होंने कहा कि भारत ने हमेशा आतंकवाद के खिलाफ अडिग रुख अपनाया है और भविष्य में भी इसी रुख पर कायम रहेगा.

अमेरिका की मध्यस्थता और अंतरराष्ट्रीय प्रयास

इस घटनाक्रम से पहले अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने जानकारी दी थी कि भारत और पाकिस्तान ने तटस्थ स्थल पर व्यापक मुद्दों पर बातचीत शुरू करने पर सहमति दी है. उन्होंने कहा, “पिछले 48 घंटों में अमेरिकी उपराष्ट्रपति वेंस और मैंने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और दोनों देशों के शीर्ष अधिकारियों के साथ बातचीत की. मुझे यह घोषणा करते हुए प्रसन्नता हो रही है कि दोनों सरकारें त्वरित युद्धविराम और बातचीत पर सहमत हुई हैं.” रुबियो ने यह भी कहा कि अमेरिका प्रधानमंत्री मोदी और शहबाज शरीफ की दूरदर्शिता और राजनीतिक सूझबूझ की सराहना करता है, जिन्होंने तनाव को कम करने की दिशा में कदम बढ़ाया.

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ऑपरेशन सिंदूर और उसका प्रभाव

भारत ने 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के जवाब में 7 मई 2025 को ऑपरेशन सिंदूर की शुरुआत की थी. इस हमले में 26 निर्दोष लोग मारे गए थे. जवाबी कार्रवाई में भारत ने पाकिस्तान के अंदर नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया था. इसके बाद पाकिस्तान ने प्रतिक्रिया स्वरूप बिना किसी उकसावे के भारत के सीमावर्ती क्षेत्रों पर आर्टिलरी गन और ड्रोन से हमला किया था, जिससे सीमा पर तनाव और अधिक बढ़ गया था.

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