Indian Railways : इस साल रेलवे में वंदे भारत स्लीपर, वंदे मेट्रो और बुलेट ट्रेन जैसी आधुनिक ट्रेनों को शामिल करने पर जोर दिया गया है. खासतौर पर मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना के लिए सरकार ने 21,000 करोड़ रुपये आवंटित किये हैं, जिससे इस प्रोजेक्ट की रफ्तार तेज होगी. इसके अलावा, लंबी दूरी के यात्रियों के लिए वंदे भारत स्लीपर ट्रेन शुरू करने की योजना भी बनायी गयी है.
स्टेशन और इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार
सरकार ने रेलवे स्टेशनों के आधुनिकीकरण के लिए भी बड़ा बजट दिया है. देशभर में ट्रैक विस्तार, नये पुलों, प्लेटफॉर्मों के विकास और नयी तकनीकों के इस्तेमाल पर खास फोकस किया गया है. जम्मू-कश्मीर में हाल ही में बने रेलवे लिंक का भी इस बजट में जिक्र किया गया है, जिससे उत्तर भारत के लोगों को काफी सुविधा मिलेगी.
बुलेट ट्रेन और हाई स्पीड रेल प्रोजेक्ट्स
मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल कॉरिडोर (बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट) के लिए इस बार अतिरिक्त फंड दिया गया है. सरकार चाहती है कि इस प्रोजेक्ट को जल्द से जल्द पूरा किया जाये, ताकि भारत में तेज रफ्तार ट्रेनों का सपना हकीकत बन सके.
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रेलवे सुरक्षा और ”कवच” सिस्टम
रेल हादसों को रोकने के लिए ‘कवच’ नामक ऑटोमैटिक ट्रेन प्रोटेक्शन (एटीपी) सिस्टम पर जोर दिया गया है. यह सिस्टम ट्रेन को अपने आप रोकने में मदद करेगा, जिससे दुर्घटनाओं में भारी कमी आयेगी. सरकार ने इस प्रोजेक्ट के लिए 1,112.57 करोड़ रुपये अलग से रखे हैं.
रेलवे शेयरों में उतार-चढ़ाव
रेल बजट की घोषणा के बाद रेलवे कंपनियों के शेयरों में तेजी से गिरावट देखी गई. RVNL, IRFC, टेक्समैको, तितागढ़ रेल और जुपिटर वैगन्स जैसी कंपनियों के शेयरों में 5-9% तक गिरावट आई. इसका मुख्य कारण यह है कि इस बार रेलवे के पूंजीगत व्यय में बहुत ज्यादा बढ़ोतरी नहीं हुई है.
रेलवे की कमाई और भविष्य की योजनाएं
सरकार को उम्मीद है कि रेलवे 2025-26 में 3.02 लाख करोड़ रुपये कमाएगा. इसमें माल ढुलाई से 1.88 लाख करोड़ रुपये और यात्री किराए से 92,800 करोड़ रुपये की आय होगी. खासकर, वंदे भारत ट्रेनों की संख्या बढ़ने से यात्रियों की संख्या में भी इजाफा होने की संभावना है.
बजट 2025 में भारतीय रेलवे को तकनीकी सुधार
नई ट्रेनों और बुलेट ट्रेन परियोजना के लिए बड़ा फंड मिला है. हालांकि, इस बार रेलवे के पूंजीगत व्यय में मामूली कमी की गई है, जिससे रेल कंपनियों के शेयरों में गिरावट आई. लेकिन सरकार का फोकस रेलवे के आधुनिकीकरण और सुरक्षा पर बना हुआ है, जिससे यात्रियों को बेहतर सुविधा मिलेगी.
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