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कोलकाता के भारतीय योग संस्थान की सदस्य अंजली खूंगर के मुताबिक देश के नागरिकों को स्वस्थ रखने के लिए संस्थान की ओर से लगातार मुफ्त क्लास चलाए जा रहे हैं. हमारी कोशिश नौवीं, दसवीं, ग्यारहवीं और बारहवीं के बच्चों को भी फिट रखना है. कई छात्रों ने योग की दीक्षा ली. वो आज विदेशों में जॉब करने के साथ ही योग के फायदों के बारे में लोगों को बता रहे हैं.
फिलहाल कोलकाता की रहने वाली अंजली नोएडा में रह रही हैं. कोरोना संकट को देखते हुए लोग घरों में कैद हैं. अंजली भी वर्चुअल मीडियम के जरिए लोगों को योगासन कराती हैं और उससे मिलने वाले शरीर को लाभ के बारे में भी बताती हैं. उनका कहना है कि नियमित तौर पर योग करने से शरीर के हर हिस्से को मजबूती मिलती है. ‘स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मन का निवास’ होता है. इसकी वजह से रोग और दूसरी तकलीफें भी दूर होती हैं. खास बात यह है योग करने से तन-मन में सकारात्मक भाव का संचार भी होता है. हम सभी को योगासन करते रहना चाहिए.
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पहली बार अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन 21 जून 2015 को किया गया था. इसे मनाने की अपील भारत के पीएम नरेंद्र मोदी ने 27 सितंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा में की थी. इसके बाद 21 जून को ‘अंतरराष्ट्रीय योग दिवस’ घोषित कर दिया गया था. 11 दिसंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र में 177 सदस्यों ने 21 जून को ‘अंतरराष्ट्रीय योग दिवस’ मनाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी. पीएम मोदी के प्रस्ताव को 90 दिन के अंदर पूर्ण बहुमत से पास कर दिया गया था.