Nuclear Bomb : एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने ईरान की 3 परमाणु ठिकानों पर अमेरिकी हमलों को लेकर रिएक्शन दिया है. उन्होंने कहा, “यह अंतरराष्ट्रीय कानून और संयुक्त राष्ट्र चार्टर का उल्लंघन है. ऐसा करने से मुझे यकीन है कि ईरान आने वाले पांच सालों में एक परमाणु शक्ति संपन्न देश बन जाएगा. हमले से पहले ईरान ने अपने भंडार को शिफ्ट कर दिया होगा. कई अरब देश सोचेंगे कि उन्हें परमाणु क्षमता की आवश्यकता है.”
खाड़ी और मध्य पूर्व में 16 मिलियन से अधिक रहते हैं भारतीय : असदुद्दीन ओवैसी
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, “हमें यह भी याद रखना चाहिए कि खाड़ी और मध्य पूर्व में 16 मिलियन से अधिक भारतीय रहते हैं. यदि उस क्षेत्र में युद्ध छिड़ जाता है, तो इसका वहां रहने वाले भारतीयों पर गंभीर प्रभाव पड़ेगा. भारतीय कंपनियों ने इन सभी अरब देशों या खाड़ी देशों में निवेश किया है. विदेशी निवेश का एक बड़ा हिस्सा इसी क्षेत्र से आता है. उन्होंने कहा कि ईरान के पास परमाणु हथियार होने के बारे में यह अफवाह फैलाई गई है. इराक में भी इसी तरह का काम किया गया था. वहां कुछ भी नहीं निकला.”
अमेरिका के हमलों के बाद मामले के कूटनीतिक समाधान का अनुरोध
ईरान पर अमेरिका के हमले के बाद इजराइल-ईरान युद्ध के क्षेत्र में फैलने की आशंका बढ़ गई है. इस स्थिति को देखते हुए कई देशों ने संयम बरतने और कूटनीतिक समाधान निकालने की अपील की है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पहले कहा था कि वह दो हफ्तों में ईरान के खिलाफ युद्ध में इजराइल का साथ देने पर फैसला करेंगे. लेकिन उन्होंने केवल दो दिन में ही निर्णय ले लिया और रविवार तड़के अमेरिका ने इजराइल के अभियान में शामिल होकर ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमला कर दिया.
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हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि अमेरिकी हमलों से ईरान को कितना नुकसान पहुंचा है. इससे पहले ईरान ने कहा था कि अगर अमेरिका ने इजराइल का साथ दिया तो वह जोरदार पलटवार करेगा.