क्या है किराना हिल्स की अहमियत?
किराना हिल्स को लंबे समय से पाकिस्तान की न्यूक्लियर डवलपमेंट साइट माना जाता है. माना जाता है कि 1980 के दशक में इस इलाके में भूमिगत सुरंगें और बंकर बनाए गए, जहां परमाणु हथियारों और मिसाइलों को न केवल विकसित किया गया बल्कि उन्हें छुपा कर भी रखा गया. इसी कारण इसे अक्सर ‘पाकिस्तान का एरिया 51’ कहा जाता है ऐसी रहस्यमयी जगह जिसे लेकर सरकारें चुप रहती हैं और आम लोगों के पास सिर्फ अनुमान ही होते हैं.
क्या भारत ने किया हमला?
जब ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय सेना ने पाकिस्तान के 11 एयरबेस और कई सैन्य ठिकानों को सिर्फ 3 घंटे में तबाह कर दिया, तो किराना हिल्स का नाम भी अचानक से चर्चा में आ गया. कई OSINT विश्लेषकों और सोशल मीडिया यूजर्स ने दावा किया कि यहां भी हमला हुआ है. हालांकि, भारतीय वायुसेना ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में इन दावों को खारिज करते हुए कहा कि इस साइट को निशाना नहीं बनाया गया.
रहस्य और डर का केंद्र बना किराना हिल्स
पाकिस्तान की सरकार कभी भी किराना हिल्स को लेकर आधिकारिक जानकारी नहीं देती, जिससे इस क्षेत्र के रहस्य और गहराते हैं. सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि अगर इस साइट को निशाना बनाया जाए, तो यह पाकिस्तान की रणनीतिक क्षमताओं पर सीधा हमला होगा. यही कारण है कि जब भी तनाव बढ़ता है, किराना हिल्स का नाम सबसे पहले उछलता है.