Lawyers Letter: CJI को वकीलों की चिट्ठी पर बोले पीएम मोदी- डराना-धमकाना कांग्रेस की पुरानी संस्कृति
Lawyers Letter: सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ को वकीलों के पत्र पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर करारा हमला बोला है. उन्होंने दावा किया कि दूसरों को धमकाना और धौंस दिखाना विपक्षी पार्टी की पुरानी संस्कृति है. पीएम मोदी ने वकीलों की चिट्ठी को टैग करते हुए लिखा, दूसरों को धमकाना और धौंस दिखाना कांग्रेस की पुरानी संस्कृति है. पांच दशक पहले ही उसने एक ‘प्रतिबद्ध न्यायपालिका’ का आह्वान किया था. वे बेशर्मी से अपने स्वार्थी हितों के लिए दूसरों से प्रतिबद्धता चाहते हैं लेकिन राष्ट्र के प्रति किसी भी प्रतिबद्धता से दूर रहते हैं. पीएम मोदी ने अपने ट्वीट में आगे लिखा, कोई आश्चर्य नहीं कि 140 करोड़ भारतीय कांग्रेस को खारिज कर रहे हैं.
By Agency | March 28, 2024 6:06 PM
Lawyers Letter: हरीश साल्वे समेत 500 से अधिक प्रमुख वकीलों ने सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ को गुरुवार को पत्र लिखकर न्यायपालिका की अखंडता को कमजोर करने के प्रयासों पर चिंता व्यक्त की है. प्रधान न्यायाधीश को लिखे गए पत्र में आरोप लगाया है कि एक ‘निहित स्वार्थी समूह बेकार के तर्कों और घिसे-पिटे राजनीतिक एजेंडा’ के आधार पर न्यायपालिका पर दबाव डालने और अदालतों को बदनाम करने का प्रयास कर रहा है. पत्र में कहा गया है कि यह समूह अदालतों के कथित बेहतर अतीत और सुनहरे दौर की झूठी कहानियां बनाता है और इसकी तुलना वर्तमान में होने वाली घटनाओं से करता है. पत्र में दावा किया गया है कि उनकी टिप्पणियों का उद्देश्य अदालतों को प्रभावित करना और राजनीतिक लाभ के लिए उन्हें असहज करना है.
On prominent lawyers' letter to the CJI, PM Narendra Modi tweets, "To browbeat and bully others is vintage Congress culture. 5 decades ago itself they had called for a "committed judiciary" – they shamelessly want commitment from others for their selfish interests but desist from… https://t.co/1eBc1HrvqTpic.twitter.com/PKVd0DnwSK
न्यायपालिका पर खतरा हेडलाइन से वकीलों के समूह ने लिखा पत्र
‘न्यायपालिका पर खतरा: राजनीतिक और पेशेवर दबाव से न्यायपालिका को बचाना’ हेडलाइन वाले पत्र को लिखने वाले करीब 600 अधिवक्ताओं में आदिश अग्रवाल, चेतन मित्तल, पिंकी आनंद, हितेश जैन, उज्ज्वला पवार, उदय होला और स्वरूपमा चतुर्वेदी के नाम शामिल हैं. वकीलों ने पत्र में किसी विशिष्ट मामले का उल्लेख नहीं किया है, लेकिन यह घटनाक्रम ऐसे समय में आया है जब अदालतें विपक्षी नेताओं से जुड़े भ्रष्टाचार के कई बड़े आपराधिक मामलों से निपट रही हैं. विपक्षी दलों ने केंद्र सरकार पर अपने राजनीतिक प्रतिशोध के तहत उनके नेताओं को निशाना बनाने का आरोप लगाया है, वहीं सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इस आरोप का खंडन किया है.
More than 500 prominent lawyers, including Harish Salve, write to CJI DY Chandradchud expressing concern over attempts to undermine the judiciary’s integrity.
The letter reads "as people who work to uphold the law, we think it's time to stand up for our courts. We need to come… pic.twitter.com/iXIIDbgToP