औसत 160 मौत प्रतिदिन– प्रतिदिन औसतन 160 लोगों की हो रही मौत लॉकडाउन 5.0 लागू करने का सबसे बड़ा कारण बन सकता है. लॉकडाउन 4 लागू होने के बाद 10 दिनों में भारत में तकरीबन 1600 से अधिक लोगों की मौत हुई, जो औसत 160 से अधिक है.
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चार राज्यों में हालात बदतर– लॉकडाउन 4.0 में भी चार राज्यों में संक्रमित मरीजों की संख्या और मरने वालों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है. स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट की मानें तो इन चार राज्यों (महाराष्ट्र गुजरात तमिलनाडु और दिल्ली) में ही 1 लाख से अधिक संक्रमित मरीज हैं. बताया जा रहा है कि सरकार इन चार राज्यों के सबसे प्रभावित क्षेत्रों को काबू करने के लिए कोई नया प्लान ला सकती है.
नये मरीजों ने बढ़ाई मुश्किलें– लॉकडाउन 4.0 के दौरान बिहार, बंगाल और ओडिशा में कोरोना संक्रमण के नये केस आये हैं, जो सरकार के लिए चिंता का कारण बन गया है. स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार बिहार और बंगाल में कोरोनावायरस तेज रफ्तार से बढ़ी है. बिहार में जहां कुल मरीजों की संख्या अबतक 3000 से अधिक हो गयी है, वहीं पश्चिम बंगाल में यह संख्या बढ़कर 4000 को पार कर चुकी है.हालांकि दोनों राज्यों में नये मरीजों में अधिकतर प्रवासी मजदूर ही कोरोनावायरस से संक्रमित हैं. माना जा रहा है कि लॉकडाउन 5.0 बढ़ाने का कारण ये दोनों राज्यों में बढ़ रहे मरीजों की संख्या भी है.
पीएमओ ने शुरू की तैयारी– इससे पहले, एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार प्रधानमंत्री कार्यालय ने लॉकडाउन 5.0 को लेकर तैयारी शुरू कर दी है. लॉकडाउन 5.0 में किस तरह की रियायत दी जायेगी? या कहां पर पूरी तरह खत्म किया जायेगा? इसपर भी पीएमओ मंथन कर रहा है.
Posted By : Avinish Kumar Mishra