Operation Sindoor Debate: चीन-पाकिस्तान को लेकर राहुल गांधी ने पूछे कई सवाल, यहां देखिए भाषण की 5 बड़ी बातें
Operation Sindoor Debate: ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने केंद्र सरकार की जमकर आलोचना की. राहुल गांधी ने सरकार की विदेश नीति पर भी सवाल उठाए. उन्होंने पीएम मोदी से कई सवाल पूछे. राहुल गांधी ने कहा कि मुझे यह कहते हुए दुख हो रहा है कि आपने भारतीय विदेश नीति के सबसे बड़े और सबसे महत्वपूर्ण लक्ष्य को नष्ट कर दिया है. चीन और पाकिस्तान अब एक हो गए हैं. पीएम मोदी पर हमला करते हुए राहुल गांधी ने यह भी कहा कि चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री साफ तौर यह नहीं बोल सके कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का मध्यस्थता संबंधी दावा झूठा है.
By Pritish Sahay | July 29, 2025 10:04 PM
Operation Sindoor Debate: ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान लोकसभा में नेता प्रति पक्ष राहुल गांधी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जवाब पर कई सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि चर्चा के दौरान पीएम मोदी साफ तौर यह नहीं बोल सके कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का मध्यस्थता संबंधी दावा झूठा है. उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में एक बार भी चीन का नाम नहीं लिया, जबकि सबको पता है कि पाकिस्तान के पीछे चीन का हाथ है. प्रधानमंत्री के भाषण के बाद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने संसद परिसर में मीडिया से बात करते हुए कहा “प्रधानमंत्री ने स्पष्ट रूप से नहीं कहा कि ट्रंप ने झूठ बोला है. शायद ट्रंप ने 29 बार यह दावा किया कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता करवाई.”
#WATCH दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण के बाद लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा, "उन्होंने स्पष्ट नहीं कहा कि ट्रंप झूठ बोल रहे हैं…सबसे दिलचस्प बात यह थी कि पूरे भाषण में चीन शब्द प्रधानमंत्री ने नहीं बोला। पूरा देश जानता है कि पाकिस्तान की मदद चीन ने की… pic.twitter.com/vNKNb0s2Qg
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर अपने एक भाषण का हवाला देते हुए कहा “मैंने कहा था कि कृपया समझें कि भारत की विदेश नीति की सबसे बड़ी चुनौती पाकिस्तान और चीन को अलग रखना है. मुझे यह कहते हुए दुख हो रहा है कि आपने भारतीय विदेश नीति के सबसे बड़े और सबसे महत्वपूर्ण लक्ष्य को नष्ट कर दिया है. चीन और पाकिस्तान अब एक हो गए हैं.” उन्होंने कहा कि “मुद्दा यह है कि अब हम अपने सामने चीनी-पाकिस्तानी गठजोड़ का सामना कर रहे हैं. यह बहुत खतरनाक समय है और हम ऐसे प्रधानमंत्री को बर्दाश्त नहीं कर सकते जिनमें सेना का प्रभावी ढंग से उपयोग करने का साहस नहीं है.”
राहुल गांधी ने सदन में क्या कहा?
राहुल गांधी ने सदन में कहा “हम ऐसे प्रधानमंत्री को बर्दाश्त नहीं कर सकते जिनमें यह कहने की हिम्मत नहीं है कि डोनाल्ड ट्रंप झूठ बोल रहे हैं.” राहुल गांधी ने इस बात पर जोर दिया कि हमें ऐसे प्रधानमंत्री की जरूरत है जो सेना और वायुसेना को सशक्त बनाए, उन्हें कार्य करने की आजादी दे और कहे कि उसी तरह काम खत्म करो जैसे इंदिरा गांधी ने किया था.”
राहुल गांधी ने सरकार पर कूटनीतिक विफलता का आरोप लगाया. उन्होंने कहा “पहलगाम आतंकी हमले के पीछे का शख्स पाकिस्तानी जनरल आसिम मुनीर है. हाल ही में उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ दोपहर के भोज पर मुलाकात की थी. प्रधानमंत्री मोदी ने कुछ नहीं कहा. पीएम मोदी ने यह नहीं कहा कि ट्रंप ने मुनीर को अपने कार्यालय में आमंत्रित करने की हिम्मत कैसे की?”
राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि “विदेश मंत्री ने अपने भाषण में कहा कि सभी देशों ने आतंकवाद की निंदा की. ये सच है कि कई देशों ने आतंकवाद की निंदा की, लेकिन उन्होंने यह नहीं बताया कि पहलगाम के बाद एक भी देश ने पाकिस्तान की निंदा नहीं की.” राहुल गांधी ने कहा “इसका मतलब है कि दुनिया भारत को पाकिस्तान के साथ एक तराजू में रख रही है, जबकि यूपीए सरकार के समय आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए पूरी दुनिया पाकिस्तान की निंदा करती थी.”
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर अपनी छवि बचाने के लिए सेना के इस्तेमाल का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि अगर प्रधानमंत्री में इंदिरा गांधी का ’50 प्रतिशत भी साहस’ है तो उन्हें यह बोलना चाहिए कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का मध्यस्थता संबंधी दावा झूठा है.
राहुल गांधी ने कहा कि यदि सरकार ने चीन और पाकिस्तान के गठजोड़ को लेकर उनकी चेतावनी पर अमल किया होता तो ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान पांच विमानों का नुकसान नहीं होता. उनका कहना था कि नुकसान के लिए भारतीय वायुसेना जिम्मेदार नहीं है, बल्कि राजनीतिक नेतृत्व जिम्मेदार है, जिसने पायलटों के ‘हाथ बांध दिए थे’.