जेएनयू की छात्रा, UPSC टॉपर… प्यार ने कैसे बनाया माधुरी को पाकिस्तानी एजेंट
Madhuri Gupta Pakistani Spy: भारतीय राजनयिक माधुरी गुप्ता की कहानी एक ऐसा धोखा है. जिसने देश की सुरक्षा को झकझोर दिया. जेएनयू से पढ़ी और UPSC पास कर विदेश सेवा में पहुंची माधुरी, ISI एजेंट के प्यार में फंसकर पाकिस्तान को खुफिया जानकारियां देने लगी. अब एक नए यूट्यूबर जासूसी केस ने इस पुराने मामले को फिर से चर्चा में ला दिया है.
By Ayush Raj Dwivedi | May 20, 2025 2:31 PM
Madhuri Gupta Pakistani Spy: भारत में हाल ही में ‘ट्रैवल विद जो’ नाम से यूट्यूब चैनल चलाने वाली ज्योति मल्होत्रा को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. उस पर भारतीय सेना से जुड़ी संवेदनशील जानकारियां पाकिस्तान को देने का आरोप है. इस सनसनीखेज मामले ने एक बार फिर लोगों के दिमाग में उस महिला जासूस की यादें ताजा कर दी हैं, जिसने पाकिस्तान की जमीन से भारत को बड़ा नुकसान पहुंचाया था नाम था माधुरी गुप्ता.
जब एक अनुभवी राजनयिक बन गई देश की गद्दार
माधुरी गुप्ता कोई यूट्यूबर या सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर नहीं थीं, बल्कि एक वरिष्ठ राजनयिक थीं. उन्होंने जेएनयू से पढ़ाई की थी और यूपीएससी पास कर विदेश सेवा में चुनी गई थीं. इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग में 2007 में उन्हें प्रेस और सूचना विभाग की द्वितीय सचिव के रूप में नियुक्त किया गया था. वहीं, एक लोकल पार्टी में हुई मुलाकात ने उनके करियर और देशभक्ति दोनों को तबाह कर दिया.
ISI एजेंट ‘जिम’ के प्रेमजाल में उलझी माधुरी
एक पाकिस्तानी महिला पत्रकार ने माधुरी की मुलाकात जमशेद उर्फ ‘जिम’ से कराई, जो ISI का प्रशिक्षित एजेंट था. उसने एक किताब के बहाने माधुरी से नजदीकियां बढ़ाई और कुछ ही दिनों में 52 वर्षीय माधुरी को अपने प्रेमजाल में फंसा लिया. माधुरी इस हद तक बहक गईं कि वो इस्लाम कबूलने और जमशेद से शादी करने को भी तैयार थीं.
नाराजगी बनी देशद्रोह का रास्ता
माधुरी गुप्ता भारत सरकार से नाराज थीं क्योंकि उनकी छुट्टियां रद्द कर दी गई थीं और वेतन भी रोका गया था. ISI एजेंटों ने इसी कमजोरी का फायदा उठाया और उसे भारत के खिलाफ भड़काना शुरू कर दिया. जल्द ही माधुरी ने सेना और खुफिया एजेंसी RAW से जुड़ी गोपनीय जानकारियां ISI को भेजना शुरू कर दीं.