Mahakumbh 2025 : महाकुंभ एकता का ऐसा महायज्ञ होगा जिसकी चर्चा पूरी दुनिया में होगी, बोले पीएम मोदी

Mahakumbh 2025 : पीएम मोदी ने महाकुंभ के साथ ही प्रयागराज के विकास को भी नई दिशा दी. करीब 7000 करोड़ की परियोजनाओं का शुभारंभ उन्होंने किया. श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए प्रधानमंत्री ने कुम्भ ‘सहायक’ चैटबॉट का भी शुभारंभ किया.

By Amitabh Kumar | December 13, 2024 8:33 AM
feature

Mahakumbh 2025 : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को प्रयागराज पहुंचे. इस दौरान उन्होंने महाकुंभ मेला 2025 के लिए विकास कार्यों का निरीक्षण किया. प्रधानमंत्री ने करीब 7000 करोड़ रुपये की लागत वाली कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शुभारंभ भी इस दौरान किया. प्रधानमंत्री ने संगम नोज पर पूजा अर्चना की. अक्षय वट और लेटे हनुमान मंदिर के दर्शन भी पीएम मोदी ने किए. इसके साथ ही पीएम ने कुंभ ‘सहायक’ चैटबॉट का शुभारंभ भी किया.

इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ”मैं महाकुंभ को सफल बनाने के लिए दिन-रात काम कर रहे श्रमिकों और सफाई कर्मचारियों को बधाई देता हूं. प्रयागराज की इस धरती पर एक नया इतिहास रचा जा रहा है. अगले साल महाकुंभ का आयोजन देश की सांस्कृतिक, आध्यात्मिक पहचान को नई ऊंचाई पर स्थापित करेगा. यदि मुझे एक वाक्य में इस महाकुंभ का वर्णन करना हो तो मैं कहूंगा कि यह एकता का ऐसा महायज्ञ होगा जिसकी चर्चा पूरी दुनिया में होगी. मैं आप सभी को इस आयोजन की भव्य और दिव्य सफलता की शुभकामनाएं देता हूं.

पेयजल और बिजली से संबंधित परियोजनाओं का किया गया शुभारंभ

स्वच्छ और निर्मल गंगा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के अनुरूप, प्रधानमंत्री मोदी ने गंगा नदी की ओर जाने वाले छोटे नालों को रोकने, टैप करने, मोड़ने और उपचारित करने की परियोजनाओं का उद्घाटन किया. इससे नदी में बिना उपचार वाले जल का गंगा नदी में पहुंचना पूरी तरह से रोक पाना सुनिश्चित होगा. पेयजल और बिजली से संबंधित विभिन्न इन्फ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं का भी उद्घाटन किया गया.

Read Also : Mahakumbh 2025 : 44 वेबसाइट रडार पर, साइबर अपराधियों पर योगी के योद्धा की पैनी नजर

प्रमुख कॉरिडोर का उद्घाटन पीएम मोदी ने किया

प्रधानमंत्री ने मंदिर के प्रमुख कॉरिडोर का भी उद्घाटन किया. इनमें भारद्वाज आश्रम कॉरिडोर, श्रृंगवेरपुर धाम कॉरिडोर, अक्षयवट कॉरिडोर, हनुमान मंदिर कॉरिडोर आदि शामिल हैं. इन परियोजनाओं से श्रद्धालुओं की पहुंच आसान होगी और आध्यात्मिक पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा.

संबंधित खबर
संबंधित खबर और खबरें
होम E-Paper News Snaps News reels
Exit mobile version