भारत निर्वाचन आयोग को भी भेजा गया ई-मेल
आगे बताते हुए जयंत पाटिल ने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग को भी एक ई-मेल भेजा गया है, जिसमें बताया गया है कि राकांपा के नेता और कार्यकर्ता पार्टी प्रमुख शरद पवार के साथ हैं. शरद पवार द्वारा 1999 में स्थापित पार्टी को कल दोपहर उस समय विभाजन का सामना करना पड़ा, जब उनके भतीजे अजित पवार उपमुख्यमंत्री के रूप में शिवसेना-भाजपा सरकार में शामिल हो गए.
अधिकांश विधायक फिर से करेंगे वापसी
एनसीपी प्रदेश अध्यक्ष ने अपने बयान में आगे बताया कि, कई लोग हमारे साथ संपर्क में हैं. हमने विधानसभा अध्यक्ष के पास अयोग्यता याचिका दायर की है. जल्द ही हम इसकी हार्ड कॉपी भी भेजने वाले हैं. उन्होंने बताया कि यह अयोग्यता याचिका 9 नेताओं के खिलाफ दायर की गयी है. इन सभी नेताओं ने किसी को भी नहीं बताया कि वे पार्टी छोड़ रहे हैं, जो एनसीपी के खिलाफ हैं. हमने भारत निर्वाचन आयोग को पत्र लिखा है और हमें यकीन हैं कि, अधिकांश विधायक एनसीपी में वापसी करेंगे और हम उन सभी को फिर से स्वीकार करेंगे.
अजित पवार ने ली शपथ
बता दें एनसीपी नेता अजित पवार ने महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली है. पवार के साथ ही पार्टी के 8 अन्य विधायक भी नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस की सरकार में शामिल हुए. अजित पवार ने मामले पर बात करते हुए बताया कि, ये सभी विधायक उनके साथ हैं और वे एक पार्टी के तौर पर शिवसेना-बीजपी पार्टी में शामिल हुए हैं. इन सभी बातों का खुलासा पवार ने उपमुख्यमंत्री पद के लिए शपथ लेने के बाद किया. (भाषा इनपुट के साथ)