‘क्या दलित होने की वजह से संसद में बोलने नहीं दिया जाता’, जानें खरगे ने क्यों दिया ये तर्क

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की नकल उतारने का मामला गंभीर होता चला जा रहा है. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, पीएम नरेंद्र मोदी समेत पूरा एनडीए दल इसका विरोध कर रहा है वहीं, विपक्ष भी इसपर प्रतिक्रिया कर रही है. इसी बीच कांग्रेस प्रमुख का बयान भी आया है. आइए सुनते है कि उन्होंने क्या कहा.

By Agency | December 20, 2023 1:53 PM
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Mallikarjun Kharge On Jagdeep Dhankhar Mimicry: उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की नकल उतारने का मामला गंभीर होता चला जा रहा है. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, पीएम नरेंद्र मोदी समेत पूरा एनडीए दल इसका विरोध कर रहा है वहीं, विपक्ष भी इसपर प्रतिक्रिया कर रही है. इसी बीच कांग्रेस प्रमुख का बयान भी आया है. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बुधवार को कहा कि जाति को हर मुद्दे में नहीं घसीटा जाना चाहिए. उन्होंने साथ ही यह सवाल भी किया कि क्या उन्हें हर बार राज्यसभा में बोलने की अनुमति नहीं मिलने पर यह कहना चाहिए कि दलित होने के कारण ऐसा हुआ है. राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने संसद परिसर में उनकी, तृणमूल कांग्रेस के एक सांसद द्वारा नकल उतारे जाने पर नाराजगी जाहिर करते हुए उच्च सदन में कहा कि संसद परिसर में उनकी नकल उतारकर किसान समाज और उनकी जाति (जाट) का अपमान किया गया है.

मल्लिकार्जुन खरगे ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि सभापति का काम दूसरे सदस्यों को संरक्षण देना है लेकिन वह खुद इस तरह का बयान दे रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘‘मुझे अक्सर राज्यसभा में बोलने की अनुमति नहीं दी जाती है. क्या मुझे यह कहना चाहिए कि मैं दलित हूं… इसलिए… उन्हें जाति के नाम पर बोल कर लोगों को नहीं भड़काना चाहिए.’’ कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि यह देश के लिए बहुत दुखद दिन है जब संवैधानिक पदों पर बैठे लोग अपनी जातियों के बारे में बात करते हैं.

उन्होंने कहा कि सरकार यह मुद्दा उठाकर संसद की सुरक्षा में सेंध के मुद्दे से अपना पल्ला झाड़ने की कोशिश कर रही है. उन्होंने पूछा कि क्या अब हर किसी को अपनी जाति बताने वाला ठप्पा लगा कर घूमना चाहिए? मल्लिकार्जुन खरगे ने सवाल किया कि संसद की सुरक्षा में सेंध के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने दोनों सदनों में कुछ भी नहीं कहा लेकिन संसद के बाहर उन्होंने अपनी बात रखी तो क्या प्रधानमंत्री और गृह मंत्री को माफी नहीं मांगनी चाहिए.

संसद की सुरक्षा में सेंध की घटना पर गृह मंत्री अमित शाह के बयान की मांग को लेकर हंगामा करने पर दोनों सदनों से 90 से अधिक विपक्षी सदस्यों को निलंबित किए जाने के विरोध में विपक्ष के सांसदों ने कल मंगलवार को संसद परिसर में प्रदर्शन किया और सदन की ‘मॉक कार्यवाही’ का आयोजन किया था. निलंबित सांसदों ने संसद के नए भवन के मकर द्वार पर धरना दिया. इस दौरान तृणमूल कांग्रेस के लोकसभा सदस्य कल्याण बनर्जी ने राज्यसभा के सभापति और लोकसभा के अध्यक्ष द्वारा, सदनों की कार्यवाही का संचालन किए जाने की नकल उतारी.

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, कल्याण बनर्जी द्वारा कार्यवाही के संचालन की नकल उतारे जाने का मोबाइल फोन से वीडियो बनाते देखे गए. राज्यसभा के सभापति धनखड़ ने उपराष्ट्रपति और लोकसभा अध्यक्ष की नकल उतारे जाने की घटना पर मंगलवार को गहरी आपत्ति जताते हुए इसे अस्वीकार्य करार दिया था. सदन में तख्तियां लहराने और नारे लगाने के आरोप में पिछले कुछ दिनों के भीतर 141 सांसदों को लोकसभा और राज्यसभा से निलंबित कर दिया गया है. सदन की कार्यवाही में बाधा डालने के आरोप में मंगलवार को 49 लोकसभा सदस्यों को निलंबित कर दिया गया. विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के सांसद 13 दिसंबर को संसद की सुरक्षा में चूक की घटना को लेकर दोनों सदनों में गृह मंत्री अमित शाह से बयान की मांग कर रहे हैं.

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