आप के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह के निलंबन और मणिपुर मुद्दे पर प्रधानमंत्री के बयान की मांग को लेकर विपक्षी नेताओं की संसद परिसर में रात भर धरना पर बैठने की योजना की खबर सामने आ रही है.
आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने संसद के मानसून सत्र की शेष अवधि के लिए राज्यसभा से निलंबित किए जाने के बाद सोमवार को आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मणिपुर हिंसा के मामले पर संसद के भीतर ‘बयान देने से भाग रहे’ हैं.
निलंबन के बाद सिंह संसद परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के निकट धरने पर बैठ गए. कुछ अन्य विपक्षी दलों के सांसदों ने भी उनके समर्थन में नारेबाजी की. उन्होंने ‘निलंबन वापस लो’ के नारे लगाए. संजय सिंह ने कहा, ‘‘देश के प्रधानमंत्री संसद में आकर मणिपुर पर जवाब क्यों नहीं दे रहे हैं? सेना के जवान की पत्नी के साथ बदसलूकी हुई है. उन्हें जवाब देना चाहिए.’’ उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री सदन में ‘‘बोलने से भाग रहे’’ हैं.
सिंह ने कहा, ‘‘आज मैंने नियम 267 के तहत नोटिस दिया था. पहले मैं कुछ देर तक आग्रह करता रहा कि चर्चा कराई जाए. इसके बाद मैंने आसन के निकट जाकर चर्चा करने का आग्रह किया. इस पर मुझे निलंबित कर दिया गया.’’ उन्होंने कहा, ‘‘यहां हमारा धरना जारी रहेगा. सभी पार्टियों ने इस आंदोलन में अपना समर्थन दिया है.’’
संजय सिंह को सोमवार को उच्च सदन में हंगामा और आसन के निर्देशों का उल्लंघन करने के लिए वर्तमान मानसून सत्र की शेष अवधि तक के लिए निलंबित कर दिया गया. सभापति जगदीप धनखड़ ने प्रश्नकाल में सिंह को निलंबित करने की घोषणा की. इससे पहले आसन के समीप आए सिंह के नाम का सभापति ने उल्लेख किया.
विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) के घटक दलों ने मानसून सत्र के तीसरे दिन, सोमवार को भी मणिपुर के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से संसद के दोनों सदनों में बयान देने और चर्चा की मांग जारी रखी. इन पार्टियों के सदस्यों ने अपनी इस मांग को लेकर संसद भवन परिसर में प्रदर्शन किया.
खरगे के अलावा आम आदमी पार्टी के राघव चड्ढा, कांग्रेस के सैयद नासिर हुसैन और कुछ अन्य विपक्षी सदस्यों ने भी इसी विषय पर कार्यस्थगन नोटिस दिए. कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी, मणिकम टैगोर और कुछ अन्य विपक्षी सांसदों ने मणिपुर के मामले पर प्रधानमंत्री मोदी के बयान और चर्चा की मांग करते हुए सोमवार को लोकसभा में कार्यस्थगन के नोटिस दिए.
कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने संसद परिसर में बातचीत में कहा, ‘‘हमारी मांग है कि प्रधानमंत्री सदन में आएं और बयान दें. इस बयान पर हम चर्चा करने के लिए तैयार हैं. वह संसद के बाहर बात कर रहे हैं, लेकिन सदन में बयान नहीं दे रहे हैं. यह संसद का अपमान है.’’उन्होंने यह भी कहा कि संसद का सत्र चल रहा है, मामला गंभीर है और ऐसे में प्रधानमंत्री को सदन में बयान देना चाहिए.
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सोमवार को आरोप लगाया कि विपक्ष मणिपुर हिंसा पर संसद में चर्चा से भाग रहा है क्योंकि वह नहीं चाहता कि कुछ तथ्य सामने आएं. केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने यहां भाजपा मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने विपक्ष के सभी सदस्यों से मणिपुर से संबंधित मुद्दों पर चर्चा या बहस शुरू करने की अपील की.
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