Manmohan Singh Funeral: पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का पार्थिव शरीर दिल्ली के मोतीलाल नेहरू मार्ग स्थित उनके आवास पर रखा गया है. एम्स से उनका पार्थिव शरीर बीती रात यहां लाया गया. आज इसे अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा, जहां आम लोग और विशिष्टजन उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर सकेंगे.
पूर्व प्रधानमंत्री का अंतिम संस्कार कल पूरे राजकीय सम्मान के साथ किए जाने की संभावना है. इसकी आधिकारिक घोषणा आज कांग्रेस द्वारा की जाएगी. उनके निधन पर केंद्र सरकार ने सात दिनों के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है, जिसके दौरान सभी सरकारी संस्थानों में तिरंगा आधा झुका रहेगा. 92 वर्षीय डॉ. मनमोहन सिंह ने गुरुवार रात दिल्ली के एम्स में अंतिम सांस ली. अचानक तबीयत खराब होने के बाद उन्हें एम्स की इमरजेंसी में भर्ती कराया गया था. वे दो बार भारत के प्रधानमंत्री के रूप में सेवा दे चुके थे. आइए जानते हैं, पूर्व प्रधानमंत्रियों के अंतिम संस्कार से जुड़े प्रोटोकॉल.
#WATCH | Delhi: Former Prime Minister Dr Manmohan Singh passed away last night at the age of 92.
— ANI (@ANI) December 27, 2024
(Visuals from outside his residence at Moti Lal Nehru Marg) pic.twitter.com/C1qPplHZp3
इसे भी पढ़ें: जब मनमोहन सिंह ने कहा था, ‘हजारों जवाबों से अच्छी है मेरी खामोशी’, देखें पूर्व पीएम का आखिरी भाषण
भारत में पूर्व प्रधानमंत्री के अंतिम संस्कार के दौरान विशेष राजकीय प्रोटोकॉल का पालन किया जाता है, जो उनके देश के प्रति योगदान और पद की गरिमा का सम्मान दर्शाता है. अंतिम संस्कार से पहले, उनके पार्थिव शरीर को राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे में लपेटा जाता है. इसके साथ ही, उन्हें 21 तोपों की सलामी दी जाती है, जो राजकीय सम्मान का उच्चतम स्तर मानी जाती है. अंतिम यात्रा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था और प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन होता है. इस यात्रा में आम जनता के साथ-साथ कई गणमान्य व्यक्ति और राजनेता भी शामिल होते हैं.
इसके अतिरिक्त, सैन्य बैंड और सशस्त्र बलों के जवान पारंपरिक मार्च करते हुए अंतिम यात्रा का हिस्सा बनते हैं, जो इस आयोजन को और भी सम्मानजनक बनाता है. पूर्व प्रधानमंत्रियों का अंतिम संस्कार आमतौर पर दिल्ली के विशेष स्मारकीय स्थलों पर किया जाता है. जैसे जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी का अंतिम संस्कार राजघाट परिसर में किया गया था. इसके अलावा, कई पूर्व प्रधानमंत्रियों के लिए अलग से समाधि स्थल भी बनाए गए हैं.
अंतिम संस्कार का तरीका दिवंगत व्यक्ति और उनके परिवार की धार्मिक आस्थाओं के अनुसार तय किया जाता है. आमतौर पर यह प्रक्रिया दिल्ली में होती है, लेकिन कुछ मामलों में पूर्व प्रधानमंत्री का अंतिम संस्कार उनके गृह राज्य में भी किया जा सकता है. अंतिम संस्कार के दौरान देश के राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, कैबिनेट मंत्री और अन्य विशिष्ट जन उपस्थित रहते हैं.
इसे भी पढ़ें: अपने पीछे कितनी संपत्ति छोड़ गए देश के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह,क्या था उनका नेट वर्थ ?
कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है. मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा, “यह एक बेहद दुखद स्थिति है. डॉ. मनमोहन सिंह कांग्रेस और देश के सच्चे आइकन थे. उनके नेतृत्व और दूरदृष्टि ने देश को नई दिशा दी. उन्होंने भारतीय अर्थव्यवस्था का स्वरूप बदलने में अहम भूमिका निभाई.” उन्होंने यह भी बताया कि कांग्रेस ने 7 दिनों के लिए अपने सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं, जिसमें 28 दिसंबर को होने वाला कांग्रेस का स्थापना दिवस भी शामिल है. न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार, केसी वेणुगोपाल ने बताया कि डॉ. मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार शनिवार को किया जाएगा, जिसकी आधिकारिक घोषणा जल्द की जाएगी.
आज सुबह 11 बजे केंद्रीय कैबिनेट की बैठक आयोजित की जाएगी, जिसमें पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की जाएगी. सरकार ने आज के सभी कार्यक्रम स्थगित कर दिए हैं. कांग्रेस ने भी बेलगावी में जारी सीडब्ल्यूसी की विशेष बैठक को रद्द कर दिया है. पार्टी के सभी प्रमुख नेता अब दिल्ली पहुंच रहे हैं.
Agni Prime Missile : पहली बार रेल लॉन्चर से परीक्षण, मिसाइल भेद सकती है 2,000 किलोमीटर तक के टारगेट को
Watch Video: पानी में डूबे घर, टूटी सड़कें, उत्तरकाशी में बादल फटने से मची तबाही का नया वीडियो आया सामने
Uttarkashi Cloudburst: उत्तराखंड में कुदरत का कहर, अब तक 4 की मौत, सीएम धामी ने नुकसान का लिया जायजा
Heavy Rain Warning: अगले 3 से 4 घंटों के दौरान हिमाचल में भयंकर बारिश की संभावना, IMD अलर्ट जारी