तीर्थयात्रियों की मौत पीड़ादायक- राष्ट्रपति
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने रविवार को उत्तराखंड के हरिद्वार में मनसा देवी मंदिर क्षेत्र में मची भगदड़ में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों के प्रति अपनी संवेदना जाहिर की है. राष्ट्रपति मुर्मू ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा “हरिद्वार के मनसा देवी मंदिर के मार्ग में मची भगदड़ में श्रद्धालुओं की मृत्यु होने का समाचार बहुत पीड़ादायक है. मैं सभी शोक संतप्त परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करती हूं. मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करती हूं.”
प्रधानमंत्री मोदी ने मौत पर जताया शोक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मनसा देवी मंदिर में भगदड़ से लोगों की मौत पर गहरा दुख व्यक्त किया. पीएम मोदी ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर लिखा “उत्तराखंड के हरिद्वार में मनसा देवी मंदिर जाने के मार्ग पर भगदड़ मचने के कारण लोगों की मौत से बहुत दुखी हूं. जिन लोगों ने अपने प्रियजनों को खोया है, मैं उनके प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं. घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं. स्थानीय प्रशासन पीड़ितों की सहायता कर रहा है.”
सीएम धामी ने घायलों से मिलकर जाना हाल
भगदड़ की घटना के कुछ देर बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी हरिद्वार पहुंचे और अस्पताल में भर्ती घायलों से मुलाकात कर उनका हाल-चाल जाना. मुख्यमंत्री ने जिला अस्पताल पहुंचकर वहां भर्ती प्रत्येक घायल के पास जाकर उससे बातचीत की और उनका हालचाल जाना. उन्होंने घायल श्रद्धालुओं से हादसे के बारे में भी जानकारी ली. बाद में मीडिया से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने हादसे पर गहरा दुख जताया और कहा कि दुख की इस घड़ी में राज्य सरकार पीड़ितों के साथ है. धामी ने घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हुए कहा कि उन्होंने अधिकारियों को घायलों का समुचित इलाज कराने के निर्देश दिए हैं.
सरकार करेगी सभी व्यवस्थाएं- सीएम धामी
रविवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि मृतकों और घायलों के परिजनों को इस घटना के बारे में सूचित किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि घायलों और मृतकों के परिजनों को हरिद्वार से उनके गृह नगर तक भेजने की व्यवस्था उत्तराखंड सरकार करेगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि मंदिर जाने वाले रास्ते में बहुत भीड़ थी और इसी दौरान बिजली का करंट लगने की अफवाह फैलने के कारण भगदड़ मची जिसके बाद यह हादसा हुआ. उन्होंने कहा कि घटना की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए गए हैं.
मुआवजे की घोषणा
सीएम धामी ने कहा कि मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये और घायलों के लिए 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी. धामी ने बताया कि प्रदेश के आपदा प्रबंधन सचिव विनोद कुमार सुमन को निर्देश दिए गए हैं कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए भीड़ प्रबंधन, सुरक्षा व्यवस्था, एवं यात्रा मार्गों की व्यवस्था की गहन समीक्षा की जाए.
अचानक उड़ी बिजली के करंट की अफवाह
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मंदिर से करीब 100 मीटर नीचे सीढ़ियों के पास अचानक बिजली के करंट की अफवाह फैल गयी. अनुमान है कि इसी कारण भगदड़ मची. उन्होंने कहा कि घटना की विस्तृत जांच के बाद ही कारणों का पता चल पाएगा. राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के मुताबिक हादसे का शिकार हुए श्रद्धालु उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार, हरियाणा और दिल्ली के रहने वाले हैं.