केरल सरकार ने जारी किया एसओपी
देश में मंकीपॉक्स का पहला मामला 14 जुलाई को दक्षिण केरल के कोल्लम जिले में सामने आया था. वहीं दूसरा मामला 18 जुलाई को सामने आया था. दोनों शख्स विदेश की यात्रा कर लौटे थे. बीते दिनों केरल सरकार ने बढ़ते मंकीपॉक्स के मामलों को देखते हुए एसओपी जारी कर दिया था. इसके अनुसार, अगर निकट संपर्क में आए व्यक्ति को बुखार हो, तो उन्हें आइसोलेटेड किया जाए और यदि उनके शरीर पर लाल धब्बे दिखाई देते हैं, तो उनके नमूने मंकीपॉक्स की जांच के लिए भेज जाएं. अगर रोगी के निकट संपर्क में आए किसी व्यक्ति में कोई लक्षण नहीं भी है, तब भी वे रक्तदान ना करें.
मंकीपॉक्स के खतरनाक लक्षण
सीडीसी के अनुसार मंकीपॉक्स के लक्षण चिकनपॉक्स की तरह ही होते हैं. ये ज्यादा खतरनाक नहीं है. आइए जानते है क्या है मंकीपॉक्स के लक्षण
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मंकीपॉक्स से बचने के उपाय
सीडीसी के अनुसार मंकीपॉक्स से बचने के लिए काफी सावधानी बरतने की जरुरत है.
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मंकीपॉक्स का लक्षण दिखते ही डॉक्टर से संपर्क करें.
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मंकीपॉक्स के लक्षण जैसे स्कीन में रैशेज हो तो, दूसरे के संपर्क में आने से बचे.
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जिस व्यक्ति में मंकीपॉक्स के लक्षण दिख रहे हैं, उनकी चादर, तौलिया या कपड़ों जैसी पर्सनल चीजों का इंस्तेमाल ना करें.
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बार-बार अपने हाथों को साबुन या फिर सैनिटाइजर से साफ करें.
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मंकीपॉक्स के लक्षण दिखते ही घर के एक कमरे में रहे.
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अपने पालतू जानवरों से भी दूरी बनाकर रखें.