Mukesh Ambani : 151 करोड़ रुपये की ‘गुरु दक्षिणा’ किसे दी मुकेश अंबानी ने ?

Mukesh Ambani : मुकेश अंबानी ने मुंबई के इंस्टीट्यूट ऑफ केमिकल टेक्नोलॉजी (ICT) को 151 करोड़ रुपये दान देने की घोषणा की. यह घोषणा उन्होंने प्रोफेसर मन मोहन शर्मा पर आधारित किताब के विमोचन कार्यक्रम में की. जानें मुकेश अंबानी ने क्या कहा इस कार्यक्रम में?

By Amitabh Kumar | June 7, 2025 10:27 AM
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Mukesh Ambani : भारत और एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति मुकेश अंबानी ने इंस्टीट्यूट ऑफ केमिकल टेक्नोलॉजी (ICT) को 151 करोड़ रुपये का दान दिया है, जो चर्चा का विषय बन गया है. इस संस्थान के इतिहास का सबसे बड़ा दान यह है. रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन अंबानी ने यहीं से पढ़ाई की थी. पहले ICT को यूनिवर्सिटी डिपार्टमेंट ऑफ केमिकल टेक्नोलॉजी (UDCT) के नाम से जाना जाता था, जिसकी स्थापना 1933 में यूनिवर्सिटी ऑफ बॉम्बे के द्वारा की गई थी. साल 2008 में इसका नाम बदलकर ICT कर दिया गया. यही नहीं इसे डीम्ड यूनिवर्सिटी का दर्जा भी प्राप्त हुआ.

अंबानी ने शुक्रवार को संस्थान (आईसीटी) में तीन घंटे से अधिक समय बिताया. वे प्रोफेसर एमएम शर्मा की जीवनी ‘डिवाइन साइंटिस्ट’ के प्रकाशन के लिए आयोजित समारोह में शामिल होने के लिए यहां पहुंचे थे. उन्होंने पुराने दिनों को याद किया कि किस प्रकार यूडीसीटी में प्रोफेसर शर्मा द्वारा दिए गए फर्स्ट लेक्चर ने उन्हें प्रेरित किया. किस प्रकार प्रोफेसर शर्मा ने बाद में भारत के आर्थिक सुधारों के एक शांत वास्तुकार की भूमिका निभाई.

पिता धीरूभाई अंबानी का जिक्र मुकेश अंबानी ने किया

मुकेश अंबानी ने अनीता पाटिल की किताब ‘द डिवाइन साइंटिस्ट’ के लॉन्च पर ICT को 151 करोड़ रुपये दान देने की घोषणा की. यह किताब प्रसिद्ध वैज्ञानिक पद्म विभूषण प्रोफेसर मन मोहन शर्मा के जीवन पर आधारित है, जिन्हें भारतीय केमिकल इंजीनियरिंग का सबसे बड़ा गुरु माना जाता है. अंबानी ने कहा, “मेरे पिता धीरूभाई अंबानी की तरह, उनमें भी इंडियन इंडस्ट्री को अभावग्रस्त से ग्लोबल लीडरशिप में बदलने की तीव्र इच्छा थी.”

अंबानी ने IIT-बॉम्बे के बजाय UDCT को चुना

मुकेश अंबानी ने कहा कि UDCT कैंपस आना मेरे लिए मानो एक पवित्र मंदिर में आने जैसा है. उन्होंने प्रो. मन मोहन शर्मा को अपना सबसे सम्मानित गुरु, मार्गदर्शक और प्रेरणा का स्रोत बताया. अंबानी ने अनीता पाटिल की प्रशंसा की और कहा–शर्मा जैसे महान व्यक्ति का जीवन लिखना बेहद कठिन कार्य है. अंबानी ने यह भी याद किया कि उन्होंने IIT-बॉम्बे के बजाय UDCT को चुना था.

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