NEET 2024 : केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा-NTA एक प्रामाणिक संस्था, पेपर लीक का कोई सबूत नहीं
धर्मेंद्र प्रधान ने कहा है कि नीट परीक्षा में शामिल होने वाले छात्रों को घबराने की कोई जरूरत नहीं है, क्योंकि भारत सरकार उन्हें न्याय दिलाने के प्रति प्रतिबद्ध है. किसी को भी कोई नुकसान नहीं होगा.
By Rajneesh Anand | June 13, 2024 2:33 PM
NEET 2024 : नीट परीक्षा में हुई गड़बड़ी को लेकर दायर याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के बीच केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने आज बड़ा बयान दिया है, उन्होंने कहा है कि नीट-स्नातक परीक्षा में प्रश्नपत्र लीक होने का कोई प्रमाण नहीं. धर्मेंद्र प्रधानन ने इस बात से भी इनकार किया कि राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) किसी भी तरह के भ्रष्टाचार में लिप्त है. उन्होंने यह कहा कि भ्रष्टाचार के सारे आरोप निराधार है, एनटीए एक प्रामाणिक संस्था है. नीट परीक्षा को लेकर कोर्ट में जारी सुनवाई पर उन्होंने कहा कि किसी छात्र को कोई नुकसान नहीं उठाना पड़ेगा.
छात्रों को न्याय दिलाने के लिए सरकार प्रतिबद्ध
धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि मैं छात्रों और उनके अभिभावकों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि भारत सरकार और एनटीए उन्हें न्याय दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है. इस वर्ष 24 लाख छात्रों ने सफलतापूर्वक परीक्षा दी है. पेपर लीक का सबूत नहीं मिला है. कोर्ट इस मामले में जो फैसला करेगा हम उसे मानेंगे. धर्मेंद्र प्रधान ने आज अपने विभाग का कार्यभार संभालने के बाद उक्त बातें कही.
काउंसलिंग पर रोक नहीं
गौरतलब है कि नीट मामले पर सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने आज एक बार फिर यह कहा है कि वो काउंसलिंग पर रोक नहीं लगाएंगे. कोर्ट ने कहा कि किसी भी परीक्षा का आयोजन समग्रता में होता है, इसलिए किसी भी छात्र को डरने की जरूरत नहीं है. ज्ञात हो कि एनटीए ने आज कोर्ट में कहा है कि ग्रेस मार्क्स को रद्द किया जा रहा है. एनटीए ने 1563 बच्चों का स्कोरकार्ट रद्द कर दिया है, साथ ही यह कहा है कि ग्रेस मार्क्स पाने वाले बच्चों की ही परीक्षा दोबारा ली जाएगी. परीक्षा का परिणाम 30 जून को जारी कर दिया जाएगा. जो बच्चे परीक्षा में शामिल नहीं होना चाहते हैं, वे बिना ग्रेस मार्क्स के ही काउंसलिंग में शामिल हो सकते हैं.
#WATCH | On the Supreme Court's hearing on the NEET-UG 2024 exam, Education Minister Dharmendra Pradhan says "I want to assure the students and their parents that the Govt of India and NTA are committed to providing justice to them. 24 lakh students have successfully taken the… pic.twitter.com/pIldTPehEf