‘इंडिया’ गठबंधन का नीतीश कुमार ने कर दिया अंतिम संस्कार, कांग्रेस के नेता ने कह दी बड़ी बात
नीतीश कुमार बिहार के नवीं बार मुख्यमंत्री बनें. रविवार को राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर से पहले उन्होंने मिलकर पहले इस्तीफा दिया और फिर बिहार में नई एनडीए की सरकार बनाने दावा पेश किया. इसके बाद से कांग्रेस हमलावर है.
By Amitabh Kumar | January 29, 2024 10:26 AM
बिहार में नीतीश कुमार एक बार फिर एनडीए के साथ चले गये हैं और सीएम पद की शपथ ली है. इसके बाद से लगातार कांग्रेस की प्रतिक्रिया सामने आ रही है. मामले पर कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम की प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्होंने कहा है कि कांग्रेस किसी को रोकने का प्रयास नहीं करती है….जिसे जाना हो जाओ…कांग्रेस एक महान पार्टी है…आगे उन्होंने कहा कि ‘इंडिया’ गठबंधन जब से बना तभी से ये गंभीर बीमारियों से ग्रस्त नजर आ रहा है. अंत में ये वेंटिलेटर पर गया. कल नीतीश कुमार ने इसका अंतिम संस्कार भी कर दिया. अब ‘इंडिया’ गठबंधन का क्या होगा?
#WATCH गाज़ियाबाद: कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा, "कांग्रेस किसी को रोकने की कोशिश नहीं करती। जिसे जाना हो जाओ। कांग्रेस एक महान पार्टी है… INDIA गठबंधन जब से बना तभी से ये गंभीर बीमारियों से ग्रस्त हो गया… अंत में वेंटिलेटर पर गया… कल नीतीश कुमार ने इसका अंतिम… pic.twitter.com/CedJaYOaON
बिहार के राजनीतिक हलचल को लेकर कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि नीतीश कुमार ने देश के लोगों को राजनीति की नई परिभाषा बता दी है… जो कुछ बिहार में हो रहा है, उससे देश के लोगों को राजनीति से भारोसा उठ गया है. देश के लोगों का राजनीतिक दलों पर कोई भरोसा नहीं रह जाएगा. वहीं, कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने बिहार के घटनाक्रम पर कहा कि 23 तारीख को नीतीश कुमार ने पटना में बैठक बुलाने का काम किया था. सभी बैठकों में नीतीश कुमार नजर आए थे लेकिन उन्होंने कोई संकेत नहीं दिए. बिहार में कुछ ऐसे नेता है जो गिरगिट को भी कड़ी टक्कर देते दिख जाते हैं. सही समय पर बिहार की जनता नीतीश कुमार और पीएम मोदी को जरूर जवाब देगी.
#WATCH सिलीगुड़ी: कांग्रेस महासचिव(संचार) जयराम रमेश ने कहा, ''…23 तारीख को नीतीश कुमार ने पटना में बैठक बुलाई थी… सभी बैठकों में नीतीश कुमार मौजूद थे लेकिन उन्होंने कोई संकेत नहीं दिए… बिहार में कुछ ऐसे नेता है जो गिरगिट को भी कड़ी टक्कर देते हैं। पर ये अफसोस की बात है कि… pic.twitter.com/4OreYuLJ7I
आपको बता दें कि बिहार की राजनीति में बड़ा उलटफेर रविवार को देखने को मिला. महागठबंधन की सरकार से अलग होकर नीतीश कुमार फिर एकबार बीजेपी के साथ आए और प्रदेश में एनडीए की सरकार बनी. नीतीश कुमार ने 8 मंत्रियों के साथ राजभवन में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में शपथ लिया. वहीं अब नयी एनडीए सरकार की सेहत को लेकर सबसे पहला कदम विधानसभा के अध्यक्ष पद पर पहला फैसला होने जा रहा है. शपथ ग्रहण के बाद विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस विधानसभा सचिव को थमाने का काम किया गया है.