Padmashri 2025: आजमगढ़ के डॉ सनी वर्मा का पद्मश्री 2025 के लिए नामांकन, आभूषण उद्योग में रचा है इतिहास

Padmashri 2025: इजुसा डायमंड ज्वेलरी के तहत डॉ सनी वर्मा पारंपरिक आभूषण कला को आधुनिक डिजाइनों से जोड़ा, जिससे यह ब्रांड न केवल भारत में बल्कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी अपनी विशिष्ट पहचान मिली है. उनके नेतृत्व में इजुसा डायमंड ज्वेलरी उच्च गुणवत्ता और विश्वास का प्रतीक बन चुका है.

By Pritish Sahay | February 3, 2025 9:51 PM
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Padmashri 2025: भारतीय आभूषण उद्योग में अपनी अलग पहचान बनाने वाले उद्यमी डॉ सनी वर्मा का नाम भारत सरकार ने पद्मश्री पुरस्कार 2025 के लिए नामांकित किया है. बता दें, डॉ सनी वर्मा का सरोकार सिर्फ व्यापार से नहीं रहा है. उन्होंने उद्योग के साथ-साथ समाज सेवा में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया है. डॉ सनी वर्मा इजुसा डायमंड ज्वेलरी के संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं. अपनी कठिन मेहनत से उन्होंने मीलों सफर तय किया है. अपनी कड़ी मेहनत से उन्होंने भारतीय आभूषण उद्योग को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है.

व्यापार जगत में अनोखी उपलब्धियां

इजुसा डायमंड ज्वेलरी के तहत उन्होंने पारंपरिक आभूषण कला को आधुनिक डिजाइनों से जोड़ा, जिससे यह ब्रांड न केवल भारत में बल्कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी अपनी विशिष्ट पहचान मिली है. उनके नेतृत्व में इजुसा डायमंड ज्वेलरी उच्च गुणवत्ता और विश्वास का प्रतीक बन चुका है. उनका मुख्य लक्ष्य ग्राहकों को विश्व स्तरीय आभूषण प्रदान करना है. उनकी सोच ने भारतीय आभूषण उद्योग में नई क्रांति ला दी, जहां परंपरा और आधुनिकता का अनूठा समन्वय देखने को मिलता है.

सम्मान और प्रतिष्ठा

डॉ सनी वर्मा की उपलब्धियों को देखते हुए उन्हें कई मीडिया हाउस जैसे ज़ी न्यूज़, न्यूज नेशन समेत कई और प्रतिष्ठित मंचों की ओर से सम्मानित किया जा चुका है. इसके अलावा, प्रसिद्ध बॉलीवुड अभिनेत्रियां नेहा धूपिया और शमिता शेट्टी भी उन्हें बेस्ट डायमंड ज्वेलरी और एक्सीलेंट डायमंड ज्वेलरी पुरस्कार से सम्मानित किया है.

सामाजिक योगदान

डॉ सनी वर्मा का कार्य क्षेत्र सिर्फ व्यापार तक सीमित नहीं रहा है. उन्होंने सामाजिक सुधार के लिए भी कई काम किए हैं. इसी को देखते हुए भारत सरकार की ओर से नामांकन संख्या 329596 के तहत डॉ सनी वर्मा को पद्मश्री पुरस्कार के लिए नामांकित किया गया है. यह केवल उनकी व्यक्तिगत सफलता का प्रमाण नहीं है, बल्कि पूरे आभूषण उद्योग और समाज के लिए एक गौरवशाली क्षण है. उनका नामांकन भारत के बढ़ते व्यापारिक परिदृश्य और सामाजिक योगदान की मिसाल के रूप में देखा जा रहा है.

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