चैंबर में घुसकर मारपीट, अधिकारी को घसीटकर बाहर निकाला, वीडियो हुआ वायरल

Odisha Bureaucrat Dragged Out of Office : बीएमसी के अतिरिक्त आयुक्त रत्नाकर साहू पर जनसुनवाई के दौरान समय हमला हुआ. कुछ लोगों का ग्रुप उनके रूम में घुस गया और उन्होंने उन पर हमला कर दिया. विपक्ष के नेता और बीजद अध्यक्ष नवीन पटनायक ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर पोस्ट कर ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी से कहा कि वे लोगों का सरकार पर भरोसा फिर से बनाएं.

By Amitabh Kumar | July 1, 2025 7:14 AM
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Odisha Bureaucrat Dragged Out of Office : सोमवार को शिकायत सुनवाई के दौरान भुवनेश्वर नगर निगम (बीएमसी) के एक वरिष्ठ अधिकारी पर लोगों के एक ग्रुप ने कथित तौर पर हमला किया. रिपोर्ट के अनुसार, ओडिशा पुलिस ने मारपीट के मामले में शामिल कम से कम तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो सामने आया है जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. भुवनेश्वर के डीसीपी जगमोहन मीना ने बताया कि मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई है. न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार, गिरफ्तार किए गए तीन लोगों की पहचान जीवन राउत, रश्मि महापात्रा और देबाशीष प्रधान के रूप में हुई है.

अधिकारी पर हमला क्यों किया गया?

बीएमसी के अतिरिक्त आयुक्त रत्नाकर साहू को सोमवार को जन सुनवाई के दौरान निशाना बनाया गया, जब कुछ लोगों ने उनके चैंबर में घुसकर उनका कॉलर पकड़ लिया. हमलावरों द्वारा साहू को लात मारने और उनके सिर पर वार करने का वीडियो वायरल हो गया. शुरुआती रिपोर्टों के अनुसार, अधिकारी पर बीजेपी नेता जगन्नाथ प्रधान या “जग भाई” के साथ कथित तौर पर दुर्व्यवहार करने की वजह से हमला किया गया.

बीजद समर्थकों ने मुख्य सड़क जनपथ को जाम कर दिया

न्यूज एजेंसी पीटीआई के अनुसार, रत्नाकर साहू को सोमवार को कुछ बदमाशों ने कथित तौर पर उनके कार्यालय से खींचकर उनके साथ मारपीट की. साहू ने खारवेलनगर पुलिस थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है. ओएएस अधिकारी पर हमले के विरोध में बीजद समर्थकों ने मुख्य सड़क जनपथ को जाम कर दिया. ओएएस एसोसिएशन ने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है, जिनकी तस्वीर सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हो गई है.

विपक्ष के नेता और बीजद अध्यक्ष नवीन पटनायक ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी (जो गृह विभाग के भी प्रभारी हैं) से कहा कि वह “अपनी सरकार में विश्वास बहाल करें और पूर्व राज्यपाल के बेटे द्वारा एक अधिकारी पर हमले की तरह इस जघन्य कृत्य के दोषियों दंडित किए बिना न जाने दें.”

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