ओडिशा से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. जहां पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित 71 वर्षीय कमला पुजारी (Padma Shri Awardee Kamala Pujari) को एक सरकारी अस्पताल के आईसीयू के अंदर नाचने के लिए मजबूर किया गया. कमला, जहां उन्हें गुर्दे की बीमारी के लिए भर्ती कराया गया था. अब उनके नाचने का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. सामाजिक कार्यकर्ता ने कथित तौर पर पुजारी के साथ कई सेल्फी भी लीं.
कमला पुजारी को सामाजिक कार्यकर्ता ने जबरन नचाया
ओडिशा में परजा आदिवासी समुदाय के सदस्यों ने उस सामाजिक कार्यकर्ता के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है, जिसने कथित तौर पर उनके आइकन को छुट्टी देने से पहले अस्पताल के अंदर नृत्य करने के लिए मजबूर किया था. वीडियो में सामाजिक कार्यकर्ता ममता बेहरा भी उनके साथ डांस करती नजर आईं. पुजारी ने कोरापुट जिले के टेलीविजन चैनलों से कहा, “मैं कभी भी नृत्य नहीं करना चाहती थी, लेकिन मुझे ऐसा करने के लिए मजबूर किया गया. मैंने बार-बार मना किया, लेकिन उन्होंने नहीं सुनी. मैं बीमार थी और थक गई थी.”आदिवासी समुदाय के संघ ‘पराजा समाज’ के अध्यक्ष हरीश मुदुली ने कहा कि अगर राज्य सरकार सामाजिक कार्यकर्ता के खिलाफ कार्रवाई करने में विफल रहती है, तो उनके सदस्य सड़कों पर उतरेंगे.
कमला पुजारी को 2019 में मिला था पद्म श्री
कमला पुजारी को 2019 में जैविक खेती को बढ़ावा देने और धान सहित विभिन्न फसलों के स्वदेशी बीजों की 100 से अधिक किस्मों को संरक्षित करने के लिए पद्म श्री से सम्मानित किया गया था, उन्हें गुर्दे की समस्या के साथ कटक के एससीबी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में भर्ती कराया गया था. मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की थी. घटना सोमवार को अस्पताल से छुट्टी मिलने से पहले की है. सुश्री बेहरा ने कहा कि इस कृत्य के पीछे उनका कोई बुरा इरादा नहीं था, और केवल “पुजारी के आलस्य को दूर करना” चाहती थीं.