PM: झारखंड में वोट मांगने से पहले प्रधानमंत्री से कांग्रेस ने तीन सवालों का मांगा जवाब

प्रधानमंत्री के झारखंड दौरे को लेकर कांग्रेस ने सवाल उठाए है. कांग्रेस का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को झारखंड में चुनावी प्रचार अभियान से पहले तीन सवालों का जवाब देना चाहिए. कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि प्रधानमंत्री से कोरबा-लोहरदगा और चतरा-गया रेलवे लाइन और पूर्व में किए वादों पर जवाब देने को कहा.

By Anjani Kumar Singh | November 4, 2024 3:27 PM
an image

PM: झारखंड में विधानसभा चुनाव को लेकर प्रचार अभियान जोर-शोर से चल रहा है. इस बीच सोमवार को प्रधानमंत्री झारखंड में दो जनसभा को संबोधित करेंगे. प्रधानमंत्री के झारखंड दौरे को लेकर कांग्रेस ने सवाल उठाए है. कांग्रेस का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को झारखंड में चुनावी प्रचार अभियान से पहले तीन सवालों का जवाब देना चाहिए. कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि प्रधानमंत्री को बताना चाहिए कि कोरबा-लोहरदगा और चतरा-गया रेलवे लाइन का क्या हुआ? लोहरदगा और चतरा के लोग शिक्षा, रोजगार और व्यापार के अवसरों तक पहुंच में सुधार के लिए वर्षों से बेहतर रेल कनेक्टिविटी की मांग कर रहे हैं.

दुर्भाग्य है कि मोदी सरकार के सत्ता में आने के दस साल बाद और लोहरदगा से लगातार दो बार भाजपा सांसदों के चुने जाने के बाद भी इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया. अक्टूबर 2022 में रेल मंत्रालय ने चतरा-गया रेल परियोजना को मंजूरी दी लेकिन दो साल बाद भी कोई प्रगति नहीं हुई है. कोरबा-गुमला-लोहरदगा लाइन के लिए लोगों को और कितना इंतजार करना होगा? चतरा-गया लाइन के लिए लोगों को और कितना इंतजार करना होगा? क्या नॉन-बायोलॉजिकल प्रधानमंत्री इस आवश्यक परियोजना को पूरा करने के लिए कुछ कर रहे हैं?  वे इंजीनियरिंग कॉलेज कहां हैं जिनका प्रधानमंत्री ने 2014 में वादा किया था? 


पूर्व में किए वादे कब होंगे पूरे

झारखंड में 2014 में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान अपने प्रचार अभियान में मोदी जी ने राज्य में एक आईटी संस्थान और इंजीनियरिंग कॉलेजों समेत कई औद्योगिक और शैक्षिक प्रोजेक्ट्स का वादा किया था. लेकिन अब तक केवल दो संस्थान ही स्थापित हुए हैं एनआईईएलआईटी रांची और सीआईपीईटी खूंटी. इन संस्थानों के पास भी कोई स्थायी परिसर नहीं है. जबकि यूपीए सरकार ने आईआईएम रांची और एक केंद्रीय विश्वविद्यालय जैसे अच्छी क्वालिटी वाले संस्थानों की स्थापना की थी.

प्रधानमंत्री शैक्षिक संस्थानों के वादे पूरे करने में क्यों विफल रहे जो उन्होंने दस साल पहले किए थे? कोडरमा में मेडिकल कॉलेज का क्या हुआ? यह कॉलेज 70 एकड़ भूमि पर बनाया जाना था और इसमें 100 एमबीबीएस की सीटें होनी थीं. प्रधानमंत्री ने छह साल पहले 2018 में इसकी आधारशिला रखी थी और 2019 में इस परियोजना को फिर से पूरा करने का वादा किया था. क्या प्रधानमंत्री कभी अपने इस वादे को पूरा करने का इरादा रखते हैं या यह भारतीय जुमला पार्टी की एक और “मोदी की फर्जी गारंटी है?

ReplyForward
संबंधित खबर
संबंधित खबर और खबरें
होम E-Paper News Snaps News reels
Exit mobile version