महाकुंभ को लेकर पीएम मोदी ने क्यों मांगी माफी? एक्स पर किया पोस्ट

PM Modi on Mahakumbh: महाकुंभ के समापन पर पीएम मोदी ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया है. पीएम ने एक ब्लॉग लिखकर अपनी बात साझा की है.

By Ayush Raj Dwivedi | February 27, 2025 1:42 PM
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PM Modi on Mahakumbh: प्रयागराज में 45 दिनों तक चले भव्य महाकुंभ मेले का समापन हो गया. इस अवसर पर एक ब्लॉग लिखा, जिसमें उन्होंने महाकुंभ को ‘एकता का महायज्ञ’ बताया. पीएम मोदी ने महाकुंभ के सफल आयोजन की सराहना करते हुए, आयोजनों में कुछ व्यवस्थाओं में कमी पर अफसोस जताया और जनता से माफी मांगी. उन्होंने ब्लॉग में लिखा, “मैं जानता हूं, इतना विशाल आयोजन आसान नहीं था. मैं प्रार्थना करता हूं मां गंगा से, मां यमुना से, मां सरस्वती से। हे मां हमारी आराधना में कुछ कमी रह गई हो तो क्षमा करिएगा.

पीएम मोदी के इस बयान से यह स्पष्ट होता है कि उन्होंने महाकुंभ मेले की व्यवस्थाओं में हर संभव सुधार की कोशिश की, लेकिन इतने बड़े आयोजन में कुछ छोटी-मोटी कमियां हो सकती हैं. इसके साथ ही उन्होंने इस आयोजन के माध्यम से समाज में एकता और भाईचारे की भावना को प्रोत्साहित करने की भी बात की। महाकुंभ मेले की समाप्ति पर पीएम मोदी ने सभी श्रद्धालुओं को आभार व्यक्त किया और इस आयोजन को एकता, समृद्धि और धार्मिक सद्भाव का प्रतीक बताया.

देशवासियों के प्रयास के लिए धन्यवाद- पीएम मोदी

एकता के महाकुंभ को सफल बनाने के लिए देशवासियों के परिश्रम, उनके प्रयास, उनके संकल्प से अभीभूत मैं द्वादश ज्योतिर्लिंग में से प्रथम ज्योतिर्लिंग, श्री सोमनाथ के दर्शन करने जाऊंगा। मैं श्रद्धा रूपी संकल्प पुष्प को समर्पित करते हुए हर भारतीय के लिए प्रार्थना करूंगा. मैं कामना करूंगा कि देशवासियों में एकता की ये अविरल धारा, ऐसे ही बहती रहे.

स्टडी का केंद्र बना महाकुंभ- पीएम मोदी

प्रयागराज का महाकुंभ आज दुनियाभर के मैनेजमेंट प्रोफेशनल्स के साथ ही प्लानिंग और पॉलिसी एक्सपर्ट्स के लिए भी रिसर्च का विषय बन गया है. आज पूरे विश्व में इस तरह के विराट आयोजन की कोई तुलना ही नहीं है. आज अपनी गौरव के साथ आगे बढ़ रहा है.

प्रधानमंत्री मोदी ने काशी को किया याद

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण बयान दिया, जिसमें उन्होंने काशी चुनाव के दौरान अपने भावनाओं को याद किया. उन्होंने कहा, “जब मैं काशी चुनाव के लिए गया था, तो मेरे अंतरमन के भाव शब्दों में प्रकट हुए थे और मैंने कहा था- ‘मां गंगा ने मुझे बुलाया है।’ इसमें एक गहरी जिम्मेदारी का अहसास था, खासकर हमारी मां स्वरूपा नदियों की पवित्रता और स्वच्छता को लेकर. “

प्रधानमंत्री ने कहा कि प्रयागराज में गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम पर उनका संकल्प और दृढ़ हुआ है. उन्होंने इस अवसर पर यह भी कहा, “गंगा जी, यमुना जी, हमारी नदियों की स्वच्छता हमारी जीवन यात्रा से जुड़ी है।” पीएम मोदी ने यह स्पष्ट किया कि हमारी जिम्मेदारी बनती है कि हम हर नदी को जीवनदायिनी मां के रूप में सम्मान दें और उनकी स्वच्छता को सुनिश्चित करने के लिए कड़ी मेहनत करें.

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