इस दौरान पीएम मोदी ने सम्मेलन में कहा कि मैं सभी भारतीय प्रवासियों को भारत का ब्रांड एंबेसडर कहता हूं. भारत के ब्रांड एंबेसडर के रूप में आपकी भूमिका विविध है. आप मेक इन इंडिया, योग, हस्तशिल्प उद्योग और साथ ही भारत के बाजरा के ब्रांड एंबेसडर हैं. आगे उन्होंने कहा कि हमने सदियों पहले वैश्विक व्यापार की असाधारण परंपरा शुरू की थी. हम असीम लगने वाले समंदरों के पार गए. अलग-अलग देशों, अलग-अलग सभ्यताओं के बीच व्यावसायिक संबंध कैसे साझी समृद्धि के रास्ते खोल सकती है, भारत ने करके दिखाया.
गुयाना के राष्ट्रपति डॉ. मोहम्मद इरफान अली इस सम्मेलन में मुख्य अतिथि के तौर पर मौजूद थे. उन्होंने कहा कि भारत के इतिहास में यह एक महत्वपूर्ण दिन है. 9 जनवरी 1950 को जब एमके गांधी दक्षिण अफ्रीका से भारत लौटे. इस दिन, 107 साल पहले एक बार शारीरिक रूप से कमजोर दिखने वाले लेकिन नैतिक रूप से दृढ़ व्यक्ति वापस लौटे और भारत की आजादी के लिए संघर्ष तेज किया. आगे उन्होंने कहा कि भारत ने अन्य विकासशील देशों की सहायता के लिए अपनी स्वतंत्रता के लाभों का उपयोग किया. पीएम मोदी, हम आपके ऋणी हैं. जब दुनिया ने अपनी सीमाओं को बंद कर दिया और वैश्वीकरण विफल हो गया, तो आपने दिखाया कि वैश्वीकरण अभी भी सफल हो सकता है और जब सबसे कठिन समय आता है तब भी प्यार होता है.
अधिकारियों ने बताया था कि इस साल सम्मेलन का विषय है ‘प्रवासी भारतीय : अमृत काल में भारत की प्रगति में विश्वसनीय भागीदार’. प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन चार साल के अंतराल के बाद पहली बार भौतिक रूप से आयोजित किया जा रहा है और करीब 70 देशों के 3,500 से ज्यादा भारतवंशियों ने इसमें हिस्सा लेने के लिए पंजीकरण कराया है. इससे पहले प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन 2021 में कोविड-19 वैश्विक महामारी के प्रकोप के चलते वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये आयोजित किया गया था.