पीएम मोदी सुबह करीब 11.30 बजे बद्रीनाथ मंदिर का दर्शन किया और पूजा की. दोपहर करीब 12 बजे रिवरफ्रंट के विकास कार्यों की समीक्षा बैठक की. पीएम मोदी यहां भी सड़क और रोपवे परियोजनाओं का शिलान्यास किया. माणा गांव में सड़क और रोपवे परियोजनाओं का शिलान्यास करने के बाद पीएम मोदी अराइवल प्लाजा और झीलों के विकास कार्यों की प्रगति की भी समीक्षा की और एक रैली को संबोधित किया. पीएम मोदी ने माणा गांव में एक चुनावी रैली को भी संबोधित किया. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि रोपवे परियोजनाओं (गौरीकुंड से केदारनाथ और गोविंदघाट से हेमकुंड साहिब) का निर्माण न केवल कनेक्टिविटी प्रदान करने के लिए है, बल्कि यह राज्य में आर्थिक विकास को गति देगा. माणा गांव को भारत का आखिरी गांव माना जाता है। लेकिन अब से सीमावर्ती इलाकों में स्थित हर गांव को भारत का पहला गांव माना जाएगा.
केदारनाथ रोपवे परियोजना गौरीकुंड को केदारनाथ से जोड़ेगा, जिससे समय में काफी बचत होने की संभावना है. बताया जा रहा है कि इस परियोजना के शुरु हो जाने के बाद से दोनों जगहों के बीच आने-जाने में मात्र 30 मिनट का समय लगेगा जबकि, अभी यहां करीब 6 घंटे का समय लगता है. वहीं, हेमकुंड रोपवे गोविंदघाट को हेमकुंड साहिब से जोड़ेगा. यह रोपवे करीब 12.4 किलोमीटर लंबा होगा और यात्रा समय को एक दिन से कम करके केवल 45 मिनट तक सीमित कर देगा. बता दें कि यह रोपवे घांघरिया को भी जोड़ेगा, जो फूलों की घाटी राष्ट्रीय उद्यान का प्रवेश द्वार है.
पीएम मोदी अपने इस दौरे के दौरान करीब 4400 करोड़ की परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे. इन योजनाओं से क्षेत्र में आर्थिक विकास को रफ्तार मिलेगी और साथ ही साथ रोजगार के कई अवसर पैदा होंगे. पीएम मोदी अपने इस दौरे में करीब 1000 करोड़ रुपये की सड़क चौड़ीकरण परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे जिसमें दो सड़क चौड़ीकरण परियोजनाएं शामिल है. माणा से माणा पास (NH-7) और जोशीमठ से मलारी (NH-107B).