मोदी ने कहा कि हाल में उन्होंने अपने आवास पर भारतीय ‘डीफलिंपिक दल’ की मेजबानी की थी. उन्होंने कहा कि इस बार टूर्नामेंट में यह भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था. प्रधानमंत्री ने कहा, ‘क्या आप जानते हैं कि हमने जो 16 पदक जीते हैं, उनमें से छह पदकों में तमिलनाडु के एक युवा खिलाड़ी की भूमिका थी और यह टीम के लिए सबसे अच्छे योगदान में शामिल है.’
उन्होंने अपने वाराणसी निर्वाचन क्षेत्र में काशी हिंदू विश्वविद्यालय में सुब्रमण्य भारती पीठ और केंद्र द्वारा केंद्रीय तमिल शास्त्रीय संस्थान का पूर्ण वित्त पोषण किये जाने का उल्लेख किया. राष्ट्रीय शिक्षा नीति को रेखांकित करते हुए उन्होंने कहा कि तकनीकी और चिकित्सा पाठ्यक्रम स्थानीय भाषाओं में चलाये जा सकते हैं तथा तमिलनाडु के युवा इससे लाभान्वित हो सकते हैं.
उन्होंने कहा कि भारत आर्थिक रूप से संकटग्रस्त श्रीलंका को वित्तीय मदद के साथ-साथ ईंधन, भोजन, दवा और अन्य आवश्यक वस्तुओं सहित हरसंभव सहायता प्रदान कर रहा है. मोदी ने उल्लेख किया कि वह जाफना की यात्रा करने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री हैं. योजनाओं और परियोजनाओं की शुरुआत तथा आधारशिला रखने सहित नयी योजनाओं की ओर इशारा करते हुए उन्होंने सामाजिक एवं भौतिक दोनों तरह के बुनियादी ढांचे के विकास के महत्व को रेखांकित किया और कहा कि बेंगलुरु-चेन्नई एक्सप्रेसवे आर्थिक विकास के दो प्रमुख केंद्रों को जोड़ेगा.
तमिलनाडु के राज्यपाल आरएन रवि, मुख्यमंत्री एमके स्टालिन और केंद्रीय मंत्री एल मुरुगन सहित अन्य लोगों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया, जो पिछले साल द्रमुक के सत्ता में आने के बाद प्रधानमंत्री की पहली तमिलनाडु यात्रा के मौके पर हुआ.