हवा में घुल रहा जहर, अब पाकिस्तान बिगाड़ रहा पंजाब समेत उत्तर भारत की आबोहवा

Air Pollution in India चंडीगढ़ : अब पाकिस्तान पंजाब (Punjab), हरियाणा (Hariyana) और दिल्ली (Delhi) की आबोहवा बिगाड़ रहा है. बढ़ते प्रदूषण (Air Pollution) के लिए सिर्फ यहां पराली जलाने की घटनाएं ही जिम्मेदार नहीं हैं. पाकिस्तान के गांवों में जलाए जाने वाले पराली का धुआं भी इन क्षेत्रों में पहुंच रहा है. पाकिस्तान में जलाई जाने वाली पराली (Stubble Burning) से पंजाब सहित उत्तर भारत के अन्य राज्यों में प्रदूषण फैल रहा है.

By संवाद न्यूज | October 29, 2020 9:19 AM
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Air Pollution in India चंडीगढ़ : अब पाकिस्तान पंजाब (Punjab), हरियाणा (Hariyana) और दिल्ली (Delhi) की आबोहवा बिगाड़ रहा है. बढ़ते प्रदूषण (Air Pollution) के लिए सिर्फ यहां पराली जलाने की घटनाएं ही जिम्मेदार नहीं हैं. पाकिस्तान के गांवों में जलाए जाने वाले पराली का धुआं भी इन क्षेत्रों में पहुंच रहा है. पाकिस्तान में जलाई जाने वाली पराली (Stubble Burning) से पंजाब सहित उत्तर भारत के अन्य राज्यों में प्रदूषण फैल रहा है.

पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में लगाई गईं हाई वॉल्यूम सैंपलर मशीन से मिले आंकड़ों में यह खुलासा हुआ है. पाकिस्तान के गांवों से आ रहे धुएं से सीमावर्ती क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता सूचकांक के स्तर में 30 प्रतिशत का इजाफा हुआ है. भारत-पाकिस्तान बॉर्डर 3323 किलोमीटर लंबा है. इसमें पंजाब से पाकिस्तान की सीमा 553 किलोमीटर जुड़ी हुई है.

सैटेलाइट की तस्वीरों से हुआ खुलासा

इन दिनों पंजाब सहित पाकिस्तान के सीमावर्ती गांवों में धान की कटाई का काम जोरों से चल रहा है. यहां पर भी किसान पराली के निस्तारण करने के लिए आग लगा रहे हैं. पंजाब रिमोट सेंसिंग सेंटर द्वारा ली गई सैटेलाइट की तस्वीरों में भी इसका खुलासा हो चुका है. अब पीपीसीबी की हाई वाल्यूम सैंपलर मशीनों से भी पाकिस्तान से लगे सूबे के सीमावर्ती क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता सूचकांक का स्तर बढ़ रहा है.

Also Read: पराली जलाने से पंजाब के शहरों के साथ-साथ गांवों की हवा में भी घुल गया है जहर

सीमावर्ती क्षेत्रों में एक्यूआई के स्तर में पिछले सालों के मुकाबले 30 प्रतिशत का इजाफा हुआ है और एक्यूआई का स्तर 150 से भी अधिक दर्ज किया गया है. पीपीसीबी इस गंभीर मुद्दे को लेकर रिपोर्ट तैयार कर रहा है. पाकिस्तान में जलाई जाने वाली पराली की मॉनिटरिंग पंजाब रिमोट सेंसिंग सेंटर (पीआरएससी) कर रहा है.

सेंटर से मिली जानकारी के अनुसार पिछले कुछ दिनों में पाकिस्तान की सीमा के कई गांवों में पराली जलाने की घटनाएं बढ़ी हैं. फिरोजपुर और फाजिल्का जिलों के साथ लगते पाकिस्तानी क्षेत्र में जहां धान की काफी खेती होती है वहां पराली जलाने की ज्यादा घटनाएं हो रही हैं. खासकर लाहौर और इसके साथ लगते क्षेत्रों में मामले अधिक हैं.

मौसम विभाग, चंडीगढ़ के निदेशक सुरिंदर पाल ने बताया कि पाकिस्तान की तरफ से आने वाली हवा का असर भारत के पंजाब पर पड़ना लाजिमी है. पाकिस्तान में पराली जलाने की वजह से धुआं इकट्ठा होगा और हमारे यहां हवाओं के पहुंचने पर प्रदूषण स्तर बढ़ेगा. अक्तूबर के पहले सप्ताह से दोपहर बाद लगातार उत्तर पश्चिम हवाएं चल रही हैं. अभी अक्तूबर तक यही हालात रहेंगे. इन दिनों पाकिस्तान से भी उत्तर पश्चिम की ओर से चलने वाली हवाओं में पराली का धुआं उत्तर भारत के राज्यों में पहुंच रहा है.

Posted By: Amlesh Nandan.

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