दरअसल, भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शशिकांत दास ने हाल में मॉनेटरी पॉलिसी कमिटी अर्थात एमपीसी की मीटिंग में इस नये सिस्टम को लागू करने का ऐलान किया था. जिसके अनुसार 50000 से अधिक का पेमेंट यदि चेक से करेंगे तो दोबारा आपको डिटेल बैंक को देनी होगी. ऐसा नहीं करने से आपका पेमेंट रोका भी जा सकता है.
कैसे काम करेगा यह पॉजिटिव पेमेंट सिस्टम
फिलहाल किसी बैंक के नाम पर चेक काटने पर आपसे बैंक किसी तरह की कोई जानकारी नहीं लेता है. लेकिन, नये सिस्टम के अनुसार आपको यह जानकारी देकर बताना होगा की काटा गया चेक आपका है या नहीं.
इसके लिए पॉजिटिव पे सिस्टम नाम का एक टूल लांच किया गया है. जिसके अनुसार चेक जारी करने वालों को वाले को बैंकों को इंटरनेट बैंकिंग, एसएमएस, एटीएम या मोबाइल बैंकिंग के जरिए इलेक्ट्रॉनिकली चेक की डिटेल के तौर पर डेट, बेनिफिशियरी का नाम, कुल अमाउंट अकाउंट नंबर, समेत अन्य जरूरी जानकारियां बैंक को सही-सही देनी होगी.
जिसे बैंक द्वारा क्रॉस चेक करके आगे प्रोसीड किया जाएगा. हालांकि, यह जानकारी 50 हजार से नीचे वालों को नहीं देनी होगी. यदि आपकी जानकारी सही नहीं पायी गयी तो बैंक आपके पेमेंट को स्थगित भी कर सकता है. बड़ी बात यह है कि इस दौरान जिस बैंक के नाम से चेक काटा गया है और जिस बैंक में चेक डालना है उन दोनों को यह जानकारी दी जाएगी.
क्या होंगे इससे फायदे
ग्राहकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इस पॉजिटिव पे सिस्टम लागू किया जा रहा है.
आरबीआई के मुताबिक इससे चेक का गलत इस्तेमाल रोका जा सकता है.
चेक क्लियरेंस में लगेगा कम समय.
फर्जी चेक के माध्यम से होने वाले फ्रॉड रूकेंगे
कैसे पाएं डिटेल जानकारी
RBI के निर्देश के मुताबिक 1 जनवरी 2021 से यह सिस्टम लागू हो जाएगा. यदि आपको अभी तक इसकी जानकारी नहीं उपलब्ध हुई तो अपने निकटतम ब्रांच से पता लगा सकते है. वैसे सभी सरकारी और प्राइवेट बैंक खुद अपने ग्राहकों को SMS अलर्ट, ब्रांच, एटीएम, वेबसाइट और ऑनलाइन बैंकिंग के माध्यम से पॉजिटिव पे सिस्टम के फायदों के बारे में जानकारी दे रही है.
Posted By: Sumit Kumar Verma