Rajya Sabha : 8 फरवरी को राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद संबोधन देंगे पीएम नरेंद्र मोदी
Rajya Sabha प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 8 फरवरी को राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद संबोधन देंगे. समाचार एजेंसी एएनआई के इस बारे में जानकारी दी है. इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बजट 2021 पर अपनी बात रखेंगे. वहीं, मीडिया रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से यह भी बताया जा रहा है कि पीएम मोदी तीन कृषि कानूनों के विरोध में किसानों की ओर से जारी आंदोलन के मामले को लेकर भी बड़ा बयान दे सकते हैं.
By Prabhat Khabar Digital Desk | February 4, 2021 8:43 PM
Rajya Sabha प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 8 फरवरी को राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद संबोधन देंगे. समाचार एजेंसी एएनआई के इस बारे में जानकारी दी है. इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बजट 2021 पर अपनी बात रखेंगे. वहीं, मीडिया रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से यह भी बताया जा रहा है कि पीएम मोदी तीन कृषि कानूनों के विरोध में किसानों की ओर से जारी आंदोलन के मामले को लेकर भी बड़ा बयान दे सकते हैं.
Prime Minister Narendra Modi to reply to the Motion of Thanks on the President’s Address, in the Rajya Sabha on Monday, 8th February.
गौर हो कि संसद में पिछले तीन दिनों से किसान आंदोलन की गूंज सुनाई दे रही है. राज्यसभा में कांग्रेस सहित विभिन्न विपक्षी दलों ने विवादों में घिरे नये कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग करते हुए इस समस्या हल निकालने का सुझाव दिया है. उच्च सदन में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर पेश धन्यवाद प्रस्ताव को लेकर हो रही चर्चा में भाग लेते हुए विपक्षी दलों के सदस्यों ने सरकार से सवाल किया कि किसानों को आंदोलन करने की नौबत क्यों आयी. साथ ही उन्होंने सरकार किसानों की समस्या को दूर किये जाने की बात कही.
वहीं, भाजपा ने दावा किया कि सरकार किसानों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है और उनकी प्रगति के लिए ही नए कानून लाए गए हैं. भाजपा ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि पार्टी ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में ऐसे सुधारों का जिक्र किया था, लेकिन अब उसके सुर बदल गए हैं. उधर, भाजपा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया ने नए कृषि कानूनों का बचाव करते हुए कहा कि किसान देश के लिए रीढ़ की हड्डी और अन्नदाता हैं तथा वे अपना ही नहीं पूरे विश्व का पेट भरते हैं. उन्होंने कहा कि तीनों कृषि कानून इसलिए लाए गए ताकि उनकी प्रगति हो सके.