हत्या के समय मां घर पर ही थीं!
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, जब दीपक यादव ने गुरुवार सुबह करीब 11.30 बजे अपनी बेटी राधिका को गोली मारी, उस वक्त उसकी मां मंजू यादव भी उसी मंजिल यानी पहली फ्लोर पर मौजूद थीं. हालांकि, मां का कहना है कि वह वारदात के समय उस मंजिल पर नहीं थीं और गोली चलने की आवाज सुनकर ऊपर दौड़ीं.
लेकिन राधिका के चाचा कुलदीप यादव द्वारा दर्ज कराई गई एफआईआर में साफ तौर पर उल्लेख किया गया है कि मंजू यादव घर की पहली मंजिल पर थीं, जहां राधिका और दीपक रहते थे. कुलदीप यादव के अनुसार, उन्होंने और उनके बेटे पीयूष ने गोली की आवाज सुनी और ऊपर पहुंचकर राधिका को खून से लथपथ किचन में पड़ा पाया, जबकि रिवॉल्वर ड्राइंग रूम में मिली.
रिवॉल्वर से चलाई गईं पांच गोलियां
प्राथमिक जांच के अनुसार, दीपक यादव ने अपनी बेटी पर कम से कम पांच गोलियां चलाईं, जिनमें से तीन उसकी पीठ में लगीं। मौके पर ही राधिका की मौत हो गई. चाचा कुलदीप और उनके बेटे पीयूष उसे तुरंत पास के अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
पिता को टेनिस अकादमी चलाने पर थी आपत्ति
राधिका यादव एक प्रतिभाशाली टेनिस खिलाड़ी थीं और उन्होंने खुद की एक टेनिस अकादमी शुरू की थी. परिजनों के अनुसार, उसके पिता दीपक यादव को यह बात मंजूर नहीं थी. यही नाराजगी इस खौफनाक वारदात की वजह बन गई.
पुलिस कर रही हर पहलू की जांच
गुरुग्राम पुलिस ने बताया है कि वह इस केस में हर संभावित एंगल की जांच कर रही है खासकर यह पता लगाने में जुटी है कि घटना के समय राधिका की मां कहां थीं और उन्होंने क्या देखा या सुना. साथ ही, मां के बयानों और एफआईआर में दर्ज विवरणों में अंतर को भी गंभीरता से लिया जा रहा है.